नई दिल्लीः भारत फेसबुक के लिए बेहद अहम बाजार है. फेसबुक भारत में अपने पैर ना सिर्फ फैला चुका है बल्कि उसे मजबूत भी करता जा रहा है. फेसबुक हर तबके तक अपनी पहुंच बनाने के लिए नई-नई कोशिशें करता रहता है. इसी कोशिश में से एक कोशिश है फेसबुक की नई पहल 'फेसबुक एक्सप्रेस वाई-फाई' सर्विस. इसे लेकर कंपनी ने पिछले साल नवंबर में ही ऐलान था. अब भारत में फेसबुक ने भारती एयरटेल के साथ मिलकर 20000 एक्सप्रेस वाई फाई हॉटस्पॉट लॉन्च करने का ऐलान किया है. इससे पहले कंपनी ने भारत में फ्री बेसिक्स इंटरनेट पहल की शुरुआत की थी जिसे लेकर देश में काफी बवाल मचा था और ट्राई के हस्तक्षेप के बाद इसे बंद कर दिया गया था.


आज हम आपको ये बता रहे हैं कि फेसबुक की एक्सप्रेस वाई-फाई सर्विस और कंपनी के फ्री बेसिक सर्विस में क्या अंतर है और ये दोनों किस तरह एक दूसरे से अलग हैं.


फेसबुक एक्सप्रेस वाई-फाई सर्विस


फेसबुक एक्सप्रेस वाई-फाई सेवा देश में फेसबुक का एक नया व्यापार मॉडल है. जिसमें फेसबुक इंटरनेट की पहुंच हर तबके तक पहुंचाने की कोशिश करेगा. खास तौर पर इस सेवा में ग्रामीण भारत को फोकस किया जा रहा है. अपनी इस मुहिम के लिए फेसबुक भारतीय एयरटेल के नेटवर्क का इस्तेमाल करेगा. दरअसल फेसबुक लोकल सर्विस प्रोवाइडर्स का नेटवर्क इस्तेमाल कर सस्ती दर पर इंटरनेट उपलब्ध कराएगा. कंपनी का कहना है कि इससे ना सिर्फ लोगों तक इंटरनेट की पहुंच होगी बल्कि छोटे स्तर के सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों की आमदनी में भी इजाफा होगा.


ऐसे में साफ है कि फेसबुक की ये सेवा पेड (भुगतान) है और इसके लिए कंपनी यूजर्स से सस्ती कीमत लेकर डेटा मुहैया कराएगी. ये नेट न्यूट्रैलिटी या किसी नियम का उल्लंघन नहीं करता.


इसके अलावा फेसबुक ने भारत के उत्तराखंड, गुजरात, राजस्थान व मेघालय राज्यों में लगभग 700 हॉटस्पॉट सेवा शुरु भी कर दी है. यूजर्स को फेसबुक के पब्लिक वाईफाई सेवा का लाभ लेने के लिए 1 दिन, 7 दिन और 30 दिन का पैक खरीदना होगा. उत्तराखंड में फेसबुक ने एयरजल्दी (airjaldi), राजस्थान में LMES, गुजरात में तिकोना और मेधालय में शैलधर जैसी लोकल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों से करार किया है.


फ्री बेसिक्स


फेसबुक ने साल 2015 में फ्री बेसिक्स की मुहिम शुरु की थी. फ्री बेसिक्स के नाम से ही जाहिर है कि ये सेवा मुफ्त थी. कंपनी ने भारत के ग्रामीण इलाकों में फ्री इंटरनेट पहुंचाने के लिए ये कदम उठाया था लेकिन इस प्लान में यूजर्स फ्री इंटरनेट के जरिए कुछ खास वेबसाइट ही एक्सेस कर सकता था. कंपनी का ये नियम नेट न्यूट्रैलिटी का साफ-साफ उल्लंघन माना जा रहा था. देश में फेसबुक के इस प्लान को लेकर काफी बवाल मचा और आखिरकार ट्राई ने हस्तक्षेप करके लोगों की राय मांगी और आखिरकार ट्राई के आदेश पर फेसहुक को भारत से प्लान वापस लेगा पड़ा.


अब लगभग पूरे एक साल बाद फेसबुक ने भारत में अपनी नई सेवा शुरु की है जिसमें वह यूजर्स को सस्ती कीमत पर डेटा मुहैया कराएगी.