विंस्ट्रॉन को हाल ही में सरकार की तरफ से 5000 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है जहां अब कंपनी को अपना काम पूरी तरह से फैलाकर हाई एंड एपल डिवाइस बनाने हैं. IDC इंडिया के रिसर्च डायरेक्टर नवकेंदर सिंह का कहना है कि, ' आईफोन 7 एक कम रिस्क वाला प्रोडक्ट है जिसे भारत में बनाया जा सकता है. लेकिन ऐसे वक्त में हमें फिलहाल इसी प्रोडक्ट पर फोकस करना होगा क्योंकि आनेवाले समय में इससे ऊपर के प्रोडक्ट्स भी बनाए जा सकते हैं.' उन्होंने आगे कहा कि एपल इसी कीमत पर ज्यादा पैसे कमाएगा.
एपल के लिए साल 2018 सबसे खराब साल था लेकिन साल 2014 के बाद कंपनी ने अपनी टीम और सेल्स की रणनीति में बदलाव किया जहां अब कंपनी ये प्लानिंग कर रही है कि वो भारतीय मार्केट को और बढ़ाए और एपल के प्रोडक्ट बनाए जिससे यूजर को सस्ती कीमत पर आईफोन मिल सके. बता दें कि पहले चीन से जहां एपल को झटका लगा था तो वहीं भारत में भी कंपनी के व्यापार को काफी नुकसान पहुंचा. कारण था आईफोन के बढ़ते दाम.