मार्क जुकरबर्ग सबसे पॉपुलर टेक सीईओ में से एक हैं. मेटा (जिसे पहले फेसबुक के नाम से जाना जाता था) में व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म हैं जिनका उपयोग दुनिया भर में करोड़ों लोग रोजाना करते हैं. हार्वर्ड में अपने हॉस्टल के कमरे से फेसबुक शुरू करने वाले जुकरबर्ग ने कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए कुछ सलाह साझा की है और यह भी बताया है कि जब वह किसी व्यक्ति को हायर करते हैं तो वह क्या देखते हैं. सीएनबीसी की एक रिपोर्ट में जुकरबर्ग द्वारा एक पॉडकास्ट को दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने इसके बारे में बताया है.


MIT के कंप्यूटर वैज्ञानिक लेक्स फ्रिडमैन द्वारा होस्ट किए गए पॉडकास्ट में, जुकरबर्ग ने कहा कि जब कोई कॉलेज में होता है तो सबसे जरूरी निर्णय वे ले सकते हैं कि वे किसके साथ समय बिताते हैं. "आप वे लोग बन जाते हैं जिनसे आप खुद को घेरते हैं," उन्होंने समझाया. जुकरबर्ग ने इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है कि शायद लोग भी, सामान्य रूप से, ऑब्जेक्टिव फोकस हैं, और शायद कनेक्शन और उन लोगों पर पर्याप्त ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे हैं जिनके साथ वे मूल रूप से संबंध बना रहे हैं."


जुकरबर्ग ने यह भी कहा कि वह ऑब्जेक्टिव्स से ज्यादा संबंधों को प्राथमिकता देने का प्रयास करते हैं. जब वह किसी नौकरी के लिए एक उम्मीदवार का मूल्यांकन कर रहे होते हैं तो वह वास्तव में उनके बॉस नहीं होने की कल्पना करते हैं, लेकिन उस व्यक्ति के लिए काम करना कैसा होगा. उन्होंने कहा, "मैं अपने लिए काम करने के लिए किसी को तभी काम पर रखूंगा जब मैं खुद को उनके लिए काम करते हुए देख सकूं."


मेटा के सीईओ ने आगे बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों चुना. जुकरबर्ग के अनुसार, यह रणनीति एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने में मदद करती है जो ज्यादा प्रॉडक्टिव हो. जुकरबर्ग ने कहा कि पर्सनल कंपैटिबिलिटी ढूंढना जरूरी है, क्योंकि टारगेट एक साथ बेहतर तरीके से प्राप्त किए जाते हैं यदि आप ऐसे लोगों के साथ काम कर रहे हैं जो आपकी वेल्यूज को मानवीय स्तर पर शेयर करते हैं.


यह भी पढ़ें: अगर फेसबुक में नहीं ऑन की है ये सेटिंग तो बंद हो जाएगा आपका अकाउंट, इस तरह कर सकते हैं एक्टिवेट


यह भी पढ़ें: 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म का लिंक भेजकर ठग खाते से उड़ा रहे रुपये, भूलकर भी आप न करें ये गलती