नई दिल्लीः टेक्नोलॉजी के मामले में चीन काफी आगे है, यह सभी जानते हैं. फेसियल रिकॉग्निशन (Facial recognition) जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) चीन के लोगों की जिंदगी का एक हिस्सा बन चुके हैं. खरीददारी करते समय फेसियल रिकॉग्निशन से भुगतान किया जा सकता है, यात्रा करते समय इससे ट्रेन में सवार हो सकते हैं, मोबाइल फोन का लॉक खोल सकते हैं. आजकल यह व्यापक रूप से प्रयोग किया जा रहा है.


कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए फेसियल रिकॉग्निशन से शारीरिक तापमान लेने का उपकरण व्यापक रूप से इस्तेमाल किया गया, जिससे तापमान लेने की कार्यक्षमता काफी हद तक उन्नत हुई. इसके अलावा इस पर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े व्यवसाय का तेज विकास हो रहा है, जो नवाचार का नया क्षेत्र बन गया है.


चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि नयी पीढ़ी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पूरी दुनिया में उभर रहा है, जिससे आर्थिक और सामाजिक विकास में नई उम्मीद जगी है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे उत्पादन और जीवन की शैली बदलता है. आंकड़ों के अनुसार अब चीन में फेसियल रिकॉग्निशन से संबंधित उद्यमों की संख्या 10 हजार से अधिक है. अनुमान है कि वर्ष 2024 तक इसका बाजार 10 अरब युआन (करीब 100 अरब रुपए) से अधिक होगा.


व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्ष 2019 के अंत में चेहरा पहचान का राष्ट्रीय मापदंड बनाने का काम शुरू हो चुका है. हाल के वर्षों में चीन व्यक्तिगत सूचना की रक्षा पर जोर दे रहा है. इंटरनेट सुरक्षा कानून, ई-कॉमर्स कानून और नागरिक कानून संहिता आदि में व्यक्तिगत सूचना की सुरक्षा पर स्पष्ट नियम बनाए गए. उद्देश्य है कि चेहरा पहचान का तकनीक और अच्छे से समाज को फायदा पहुंचाएगा.


आज डिजिटल अर्थव्यवस्था का तेज विकास हो रहा है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व्यापक तौर पर इस्तेमाल हो रहा है. 5G और औद्योगिक इंटरनेट के मिश्रण से डिजिटल चाइना और बुद्धिमान समाज का निर्माण तेज होगा, जिससे चीन के आर्थिक विकास में नई उम्मीद जगेगी और विश्व आर्थिक विकास के लिए ज्यादा अवसर पैदा होंगे.