भारत सरकार ने पिछले साल सुरक्षा का हवाला देकर कई चाइनीज ऐप्स को बैन किया था, जिसमें सबसे पॉपुल टिक टॉक और पबजी (PUBG) शामिल थे. जब देश में पबजी बैन हुआ तो यूजर्स के पास बैटल गेम का सिर्फ एक ही ऑप्शन बचा, जिसका नाम है Gerena Free Fire गेम. इसे पिछले एक साल में काफी लोकप्रियता मिली है. गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर इसे 4.2 रेटिंग हासिल है. यही नहीं अब तक ये गेम एक बिलियन यानी 100 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है. हालांकि ये गेम बच्चों के लिए खतरा भी साबित हो सकता है क्योंकि इसकी लत लगने की संभावना ज्यादा है. देश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां बच्चों ने इस गेम के पीछे अपनी जान गंवाई है. 


क्यों है इतना पॉपुलर?
Free Fire गेम के पॉपुलर होने की सबसे पहली वजह ये है कि ये देश में PUBG के विकल्प के तौर पर उभरा और बहुत ही कम समय में काफी पॉपुलर हो गया. आइए जानते हैं इसके पॉपुलर होने के पांच कारण क्या हैं. 


ये गेम एक सर्वाइवल शूटर गेम है जिसमें 10 मिनट की बैटल होती है, मतलब इसमें जल्दी गेम खत्म होते हैं. 


इसमें जल्दी-जल्दी अपडेट्स मिलते हैं, जिसमें यूजर्स को नए-नए विपन्स खरीदने का मौका मिलता है.


फ्री फायर को दोस्तों के साथ मिलकर खेला जा सकता है, इसमें टीम के साथ खेलना यूजर्स को काफी पसंद आता है.


Free Fire गेम पबजी के मुकाबले कम इंटरनेट डेटा का एक्सेस करता है. 


इसे डाउनलोड करने के लिए एंड्रॉयड यूजर्स को सिर्फ 580 MB जबकि iOS यूजर्स को 1.4 GB की जरूरत होती है. 


अब तक गईं कई जानें 
Gerena Free Fire गेम की वजह से अब तक देश में कई बच्चों की जान जा चुकी है. हाल ही में मध्य प्रदेश छतरपुर में एक 13 साल बच्चे ने फ्री फायर में 40 हजार रुपये गंवाने के बाद आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि इतने सारे रुपये गंवाने के बाद बच्चे को मां-बाप ने डांट दिया था, जिसके बाद मासूम ने इतना बड़ा कदम उठा लिया. इसके बाद मध्य प्रदेश सरकार ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी. ये पहला मामला नहीं है जहां फ्री फायर के चक्कर में मासूम ने अपनी जान दी हो. इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं.


होता है वित्तीय नुकसान
हाल ही में छत्तीसगढ़ में एक महिला के बैंक अकाउंट से ऑनलाइन गेम फ्री फायर के चक्कर में करीब सवा तीन लाख रुपये कटने का मामला सामने आया था. ये रुपये महिला के 12 साल के बेटे ने गेम में अपडेट्स के साथ खरीदे गए हथियारों को लेने में खर्च कर दिए.  इसके बाद जांच में पता चला कि आठ मार्च से दस जून के बीच महिला के खाते से 278 बार ट्रांजेक्शन कर तीन लाख 22 हजार रुपये निकाल लिए गए. जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि गेम खेलने और गेम के लेवल को अपग्रेड करने के चलते ये पैसे अकाउंट से कटे हैं. महिला के 12 साल के बेटे से जब पूछा गया तो उसने बताया कि उसे ऑनलाइन गेम फ्री-फायर की लत लग गई थी. गेम में पूरी से दीवाना होने के बाद गेम के हथियार खरीदने का मन हुआ और मां के मोबाइल नंबर को बैंक अकाउंट से लिंक करके ट्राजेंक्शन करने लगा. 


ये भी पढ़ें


WhatsApp new feature: व्हाट्सएप का नया फीचर, मैसेज में भेजी गई फोटो और वीडियो एक बार देखने के बाद हो जाएगी डिलीट


Smartphone Tips: कौन सा एप आपके स्मार्टफोन को कर रहा है स्लो, ऐसे लगाएं पता