उत्तर प्रदेश: राज्य में 19 अक्टूबर से स्कूल खोले जा रहे हैं. स्कूलों के खोले जाने पर छात्रों ने अपनी-अपनी राय रखी है. कुछ छात्रों ने सरकार के इस फैसले को बिल्कुल गलत बताया है तो वहीं कुछ छात्रों इसको उचित बताया है. इस मामले पर मेरठ के कुछ छात्रों से बात की गई कि वो सरकार के इस फैसलेे को किस नजर से देख रहें है.


स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सकेगा- छात्र


छात्रों का कहना है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण लगातार तेजी से फैल रहा है उसको देखते हुए स्कूल खोलने का फैसला सही नहीं है. स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा सकेगा. एक क्लास में 40 बच्चे अगर बैठेंगे तो सोशल डिस्टेंसिंग कैसे होगी. साथ ही जब सड़कों पर चार बच्चे मास्क लगाकर नहीं खड़े होते तो क्या गारंटी है कि स्कूल में सभी बच्चे मास्क लगाए ही रहेंगे.


पिछले 7 महीनों से लटकी पढ़ाई पर अब ध्यान दिया जा सकेगा- छात्र


कुछ बच्चों ने सरकार के इस पहल को सराहा है और उन्होंने कहा कि जिस तरह से ऑनलाइन क्लासेज के जरिए उनकी पढ़ाई लटकी हुई थी उसको देखते हुए स्कूल खुलना सही है. मास्क और सैनिटाइजर के साथ वह स्कूल जाएंगे नियमों का पालन करते हुए वह पढ़ाई करेंगे ताकि जो उनकी पढ़ाई पिछले 7 महीनों से प्रभावित हो रही थी वो आगे न हो.


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