Greater Noida News: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी का लेआउट प्लान कई तकनीकी और नियोजन संबंधी खामियों के कारण आपत्तियों सहित अस्वीकार कर दिया है. अथॉरिटी ने निर्देश दिया है कि संशोधित लेआउट तीन दिन के भीतर दोबारा प्रस्तुत किया जाए, ताकि जून के पहले सप्ताह में परियोजना का शिलान्यास संभव हो सके.
फिल्म निर्माता बोनी कपूर द्वारा प्रस्तुत इस लेआउट को बेव्यू और भूटानी ग्रुप मिलकर विकसित कर रहे हैं. कुल 230 एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित इस परियोजना में 175 एकड़ इंडस्ट्रियल और 55 एकड़ कमर्शियल जमीन शामिल है. लेकिन अथॉरिटी ने स्पष्ट किया कि लेआउट को फेज-वाइज आना था, लेकिन पूरा 230 एकड़ एक साथ पेश किया गया. पहले चरण में होटल और कमर्शियल गतिविधियों की अनुमति नहीं थी, बावजूद इसके उन्हें शामिल कर दिया गया है.
अथॉरिटी ने किन चीजों पर जताई आपत्तियांले आउट में ग्रीन एरिया को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया है, जबकि यह किसी भी विकास परियोजना का अनिवार्य हिस्सा होता है. फिल्म सिटी का उद्देश्य बदला नजर आ रहा है. अधिकारियों का कहना है कि फिल्म सिटी का मूल उद्देश्य फिल्म निर्माण सुविधाएं जैसे शूटिंग स्पेस, साउंड मिक्सिंग, वीएफएक्स स्टूडियो, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और फिल्म इंस्टीट्यूट विकसित करना है. साथ ही, आवश्यक हॉस्पिटैलिटी सुविधाएं और कलाकारों के लिए आवास की व्यवस्था भी होनी थी. लेकिन प्रस्तुत लेआउट में वाणिज्यिक निर्माण को प्राथमिकता दी गई है, जो उद्देश्य से भटकाव माना जा रहा है.
- फायर एनओसी और स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी रिपोर्ट शामिल नहीं है.
- लेआउट में तीनों लैंड यूज- इंडस्ट्रियल, कमर्शियल और ग्रीन स्पष्ट रूप से अलग-अलग दर्शाए जाने चाहिए थे, जो नहीं हुआ.
- लेआउट को प्राधिकृत लैंड यूज कैटेगरी के अनुरूप तैयार नहीं किया गया है.
लेआउट में बदलाव करने के लिए मिला 3 दिन का समययमुना अथॉरिटी ने स्पष्ट किया है कि लेआउट को निर्धारित दिशा निर्देशों और चरणबद्ध ढांचे के अनुसार तीन दिनों के भीतर दोबारा तैयार कर प्रस्तुत किया जाए, ताकि फिल्म सिटी का शिलान्यास तय समय पर किया जा सके. इस प्रोजेक्ट को फिल्म निर्माता बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू और भूटानी ग्रुप मिलकर विकसित कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- श्रावस्ती में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई: अवैध कब्जे पर चलाया बुलडोजर, अतिक्रमणकारियों में मचा हड़कंप