Chandrayaan 3 Landing: भारत के मिशन मून की सफलता का लोहा दुनिया मान रही है. वैज्ञानिकों ने चंद्रयान 3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतारकर इतिहास रच दिया. इसरो के वैज्ञानिकों की टीम में गाजीपुर का दंपत्ति भी शामिल रहा है. गांव पहुंचने पर वैज्ञानिक दंपत्ति का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया. सम्मान समारोह में बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त भी रहे शामिल. उन्होंने पतार गांव के रहने वाले वैज्ञानिक दंपत्ति अरविंद सिंह और पद्मजा सिंह को सम्मानित किया.


पहली बार गाजीपुर जनपद पहुंचे इसरो के वैज्ञानिक 


वैज्ञानिक अरविंद सिंह ने बताया कि उन्होंने मिशन चंद्रयान-1 चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 की पूरी टीम के साथ मिलकर काम किया है. फिलहाल मिशन आदित्य से भी जुड़े हुए हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि मिशन आदित्य भी सफल होगा. वैज्ञानिक पद्मजा सिंह साउथ इंडिया की हैं. उन्होंने गांव की बहू होने पर खुशी जाहिर की. उन्होंने बताया कि मिशन मून में उनका योगदान मौसम के अनुकूल तापमान को बनाए रखना था. इस वजह से मिशन चंद्रयान-3 पूरी तरह कामयाब रहा.




बलिया सांसद ने किया दंपत्ति का जोरदार स्वागत 


बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि गाजीपुर की पहचान सिर्फ वीर सपूतों की वजह से ही नहीं है बल्कि हर क्षेत्र में गाजीपुर ने लोहा मनवाया है. ऐसा ही लोहा मिशन मून में पतार गांव के रहने वाले वैज्ञानिक दंपत्ति अरविंद सिंह और पद्मजा सिंह ने मनवाया. अरविंद सिंह और पद्मजा सिंह ने चंद्रयान 3 की साउथ पोल पर लैंडिंग में मौसम के अनुकूल तापमान को बनाए रखा. उन्होंने दी गई जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम दिया. वैज्ञानिक दंपत्ति का पहली बार गृह जनपद पहुंचने पर हार्दिक स्वागत किया जाता है. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक दंपत्ति ने गाजीपुर का नाम देश-दुनिया में रोशन किया है. वैज्ञानिक दंपत्ति के लिए आयोजित सम्मान समारोह में लोगों की बड़ी तादाद उमड़ी.


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