प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ में अवैध कारोबारियों के खिलाफ पुलिस ने अभियान छेड़कर शराब फैक्ट्री पकड़ी. वहीं, इस मामले में मुख्य आरोपी संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह के पार्टनर को बचाने के लिये पुलिस ने बिना जांच किये राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी और रेलवे में काम करने वाले शख्स को शराब माफिया घोषित कर दिया. आला अघिकारियों ने भी इस मामले में जांच की जहमत नहीं उठाई. इस पूरे मामले में पढ़िये ये खास रिपोर्ट.


अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ अभियान


प्रतापगढ़ में 23 जनवरी 2021 से शराब पीने से शुरू हुई मौतों का सिलसिला शुरू होने के बाद प्रतापगढ़ जिला प्रशासन, आबकारी व पुलिस विभाग जब जागा तो अवैध शराब बेचने बनाने वालों के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्रवाई शुरू की गई.
 
अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ चलाए गए इस अभियान में मुख्य रूप से आईजी जोन प्रयागराज कवींद्र प्रताप सिंह व प्रतापगढ़ के एसपी आकाश तोमर ने एडीजी प्रेम प्रकाश के निर्देशन में जब कार्रवाई शुरू की तो शराब माफ़ियाओं के बीच हड़कंप मच गया. पुलिस और आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से शराब माफिया इतना सहम गए कि उन्हें लगा कि, इस तरह की कार्रवाई से उनकी तो कमर ही टूट जाएगी. एसपी आकाश तोमर की अवैध शराब व शराब माफ़ियाओं के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई में पुलिस के हाथों हथिगवां कोतवाली क्षेत्र के नौबस्ता में गंगा नदी के किनारे गौशाला का रूप दिए जाने के बाद कुंडा सर्किल में चल रही एक बड़ी अवैध शराब फैक्ट्री का पता चलता है.


फैक्ट्री का पता चलते ही एसपी आकाश तोमर व आईजी प्रयागराज जोन कवींद्र प्रताप सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ फैक्ट्री पर छापा मारते हैं. फैक्ट्री के अंदर सामानों को देखने के बाद पुलिस अधिकारियों के होश उड़ जाते हैं. क्योंकि फैक्ट्री के अंदर भारी मात्रा में पैकिंग की जाने वाली मशीनें , खाली बोतलें , बोतलों में चिपकाने के लिए अलग-अलग ब्राण्ड के स्टीकर व लगभग सैकड़ों ड्रम शराब बनाने का कैमिकल बरामद हुआ. अवैध शराब फैक्ट्री में बरामद भारी मात्रा में शराब बनाने के समान की सूचना मिलते ही प्रयागराज ज़ोन के एडीजी प्रेम प्रकाश भी मौके पर पहुंच गए और ये सिर्फ एडीजी प्रेम प्रकाश की ही सूझबूझ का नतीजा था कि, फैक्ट्री के बगल के मैदान को जब उन्होंने खुदवाया तो जमीन के अंदर से शराब बनाने के कैमिकलों के सैकड़ों ड्रम बरामद हुए.


राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को बना दिया मुजरिम


एडीजी प्रेम प्रकाश जब रास्ते मे थे तब फैक्ट्री पर मौजूद आईजी कवींद्र प्रताप सिंह ने मीडिया को एक बयान पहले ही दे दिया कि, उनकी जानकारी के अनुसार अवैध शराब बनाने की इस फैक्ट्री का मुखिया संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह है और गुड्डू सिंह के साथियों के बारे में जानकारी की जा रही है. IG के बयान के बाद जब मौके पर ADG प्रेम प्रकाश पहुंचे तो उन्होंने भी फैक्ट्री के मुखिया संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह व उसके साथियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात कही, लेकिन शराब माफ़ियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाई के जोश में प्रतापगढ़ की कुंडा पुलिस ने एक राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी जो रेल विभाग में नौकरी करता था उसे बिना जांच करे और कुंडा के राजनीतिक संरक्षण में रहने वाले मुख्य आरोपी जो वास्तव में संजय प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह का अवैध शराब की फैक्ट्री में और शराब कारोबार में पाटर्नर था उसका नाम सामने न आए इसलिए राष्ट्रीय खिलाड़ी और खेल कोटे से रेलवे नौकरी कर रहे सुधकर सिंह को गुड्डू सिंह का पाटर्नर घोषित कर दिया. इतना ही नहीं सुधाकर सिंह पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया. सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवर देखते हुए आज ये राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी जिसे बिना जांच के शराब माफिया घोषित कर दिया गया, आज मजबूरन एक फरार मुजरिम बन गया है उस अपराध के लिए जो उसने किया ही नहीं है.
 


किसे बचा रही है कुंडा सर्किल की पुलिस


आखिर वो कौन है, जिसे बचाने के लिए प्रतापगढ़ की कुंडा सर्किल की पुलिस ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों व ज़ोन के मुखिया ADG प्रेम प्रकाश को भी अंधेरे में रखा, क्योंकि उन्होंने मीडिया को दिए बयान में जब सुधाकर सिंह का नाम उनके सामने लिया गया तो ज़ोन के मुखिया ने भी जांच करने की और अगर शराब फैक्ट्री में संलिप्तता पाई जाती है तो कार्रवाई की बात कही थी. लेकिन कुंडा सर्किल के जिम्मेदारों ने बिना जांच किए ही इस राष्ट्रीय खिलाड़ी और सरकारी नौकर को शराब माफिया व इनामिया घोषित कर दिया. आखिर शराब फैक्ट्री के दूसरे कथित प्रमुख व्यक्ति को कुंडा पुलिस क्यों बचाने का काम कर रही है ? क्या उसे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है या फिर कुंडा सर्किल के ही किसी पुलिस अधिकारी का या फिर जांच कर्ता का ? 


ये एक बड़ा सवाल है कि कुंडा सर्किल में एक जो बड़ा राजनीतिक दबाव है उसके अधीन होकर या उससे प्रभावित होकर पुलिस ने एक राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को शराब माफिया घोषित कर दिया, आखिर शराब फैक्ट्री के दूसरे कथित मुख्य पार्टनर को क्यों बचा रही है प्रतापगढ़ के कुंडा सर्किल की पुलिस ? 


पुलिस की इस आनन फानन में की गई जांच के बाद शराब माफिया व इनामिया घोषित किया गया राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी और खेल कोटे से रेलवे में नौकरी करने वाला सुधाकर सिंह आज मुजरिम बनाए जाने के बाद फरारी की ज़िंदगी काटने पर मजबूर है. सरेंडर करता है तो डर है कि पुलिस उसे मुठभेड़ में दिखाकर एक और 307 का मुकदमा उसके सिर मढ़ देगी, जबकि सुल्तानपुर के स्टेशन अधीक्षक ने लिखित तौर पर 1/03/2021 से 10/04/2021तक सुधाकर सिंह के ड्यूटी पर उपस्थित रहने की बात स्वीकार की है. 


सूत्रों के अनुसार, शराब फैक्ट्री मामले में मुख्य आरोपी शराब माफिया गुड्डू सिंह का दूसरा कथित पार्टनर आज भी अपने राजनीतिक आकाओं की सरपरस्ती में खुलेआम घूम रहा है. लेकिन प्रतापगढ़ के कुंडा सर्किल की पुलिस उस व्यक्ति को अपनी कार्रवाई की जद में नहीं ले पाई है.


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