उत्तर प्रदेश में नवरात्रि और सावन महीने में मीट की दुकानें बंद रहतीं हैं. लेकिन वाराणसी नगर निगम में एक और कारण से मंगलवार 25 नवम्बर को मीट की दुकानें बंद रहीं. दरअसल वाराणसी के साधू टी एल वासवानी के जन्मदिन पर नगर नगम द्वारा मांस मछली पर बिक्री का एक दिन का प्रतिबन्ध लगाया गया. यह आदेश पूरे नगर निगम की सीमा में लागू थ. इस दौरान शहर में मीट की दुकानें पूरी तरह से बंद ही रहीं.

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निगम अधिकारियों के मुताबिक 25 नवम्बर को यह प्रथा चली आ रही है. इसलिए यह आदेश दिया गया. उनका जम्नदिन अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया.

साधु टी. एल. वासवानी के जन्मदिवस को अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया

ABP Live को मिली जानकारी के अनुसार 25 नवंबर को साधु टी. एल. वासवानी के जन्मदिवस को अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया. इस दौरान वाराणसी नगर निगम सीमा अंतर्गत सभी मीट मुर्गा मछली की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया था. यह आदेश पशु कल्याण अधिकारी डॉक्टर संतोष पाल द्वारा दिया गया था. इस दिन को अहिंसा दिवस के रूप में मनाए जाने को लेकर पशु वध को पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया था. इस आदेश के बाद नगर में अधिकांश मीट मुर्गा मछली की दुकान बंद रही.

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आदेश का उल्लंघन करने पर विधि कार्यवाही

वाराणसी नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी द्वारा 25 नवंबर को मीट मुर्गा मछली की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया था. यह दिन अभय दिवस के रूप में मनाया जा रहा था और यह भी स्पष्ट दिशा निर्देश था कि जो भी इस आदेश का उल्लंघन करेगा नियम अनुसार उसके खिलाफ विधिक कार्यवाही भी की जाएगी.

नगर निगम के इस आदेश को मीट दुकानदारों ने भी सामूहिक रूप से स्वीकार किया और कहीं भी इस आदेश की अवहेलना नहीं देखने को मिली. पूरे शहर में वासवानी के अनुयायी हैं.