Varanasi News: श्रावण मास में सोमवार खास महत्व रखता है और पहला सोमवार तो भक्ति आस्था को दर्शाने का सुनहरा मौका होता है. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद सावन का पहला सोमवार है लिहाजा तैयारियां पूरी है. पांच लाख से ज्यादा भक्तों के दर्शन का अनुमान है. भक्तों के लिए बैरिकेडिंग के साथ टेंट के इंतेजाम किए गए हैं. इस बार गंगा द्वार से भी दर्शन के इंतेजाम किये गए हैं. भक्तो को इस बार घाट पर स्नान के बाद सड़क पर आकर कतार में नहीं लगना पड़ेगा, बल्कि गंगा के द्वार से ही बाबा के दर्शन होंगे.


12 ज्योतिर्लिंगों में अहम स्थान
बता दें कि बाबा का धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में अहम स्थान रखता है. श्रावण में बाबा यहीं काशी में वास करते हैं और प्रत्येक सोमवार को भक्तों को दर्शन देते हैं. पहले सोमवार को हर भक्त बाबा का जलाभिषेक करने के लिए आतुर होता है और हर बार भीड़ की आवक ज्यादा होती है, लेकिन इस बार धाम के भव्य निर्माण के बाद पहला सावन का सोमवार है. चार द्वार हैं और सभी से भक्तों का प्रवेश होगा. गंगा की ओर से जाने वाले द्वार से भी इस बार नए तरीके के इंतेजाम है, जब आप घाट पर होंगे तो बैरिकेडिंग के द्वारा व्यवस्था को धार दी जाएगी. 


भक्तों के लिए किए गए ये इंतजाम
ऊपर भक्तों के पैर न जले, इसके लिए मैट लगाए गए हैं. आगे टेंट की व्यवस्था है और टेंट में पंखे और कूलर भी हैं ताकि भक्तो को गर्मी का एहसास न हो.सोमवार से एक दिन पहले कांवड़िया जत्था काशी पहुंच चुका है और व्यवस्था की सराहना करता नजर आ रहा है सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद है. बाबा दरबार व्यवस्था से सुसज्जित होकर तैयार है और इस बार भक्त दिव्य और भव्य धाम में हाजिरी लगाने वाले हैं.


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