UP News: वाराणसी का सबसे बड़ा थोक मार्केट दालमंडी बाजार एक बार फिर सुर्खियों में है. काशी विश्वनाथ धाम जाने के लिए सुगम मार्ग बनाने के उद्देश्य से यहां चौड़ीकरण किया जाना तय किया गया है, जिसके अनुसार कई दुकान भवन पर बुलडोजर कार्रवाई संभव है. ऐसे में एक बार फिर इस बाजार के मार्ग में आने वाले भवन मकान की नापी व चिन्हित करने का कार्य किया गया है. अब इसको लेकर अंजुमन इंतजामियां मसाजिद के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने आपत्ति जताई है.

मोहम्मद यासीन ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि  चौड़ीकरण अभियान के तहत इस मार्ग पर तकरीबन 5- 6 मस्जिद भी इसके क्रम में है और उसमें से एक लंगड़े हाफिज मस्जिद की मैं देखरेख करता हूं. पूर्व में भी जब यहां पर नापी का कार्य किया गया था, तो कुछ मस्जिद की देखरेख करने वाले लोग कोर्ट गए थे. इसके अलावा इस मस्जिद पर भी प्लेसस आफ वरशिप एक्ट का आधार लागू होता है. ऐसे में बिना हमें सूचित किए मस्जिद के नापी और चिन्हित करने का कार्य कैसे किया जा सकता है. इसीलिए वाराणसी के जिला प्रशासन, नगर आयुक्त कों हमारे द्वारा नोटिस भेजा गया है.

यह विकास नहीं विनाश है: मोहम्मद यासीन

मोहम्मद यासीन ने स्पष्ट कहा कि हम अपने मस्जिद से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे. विकास कार्य और मंदिर जाने के लिए अन्य विकल्प भी मौजूद हैं लेकिन यह विकास नहीं विनाश है. जो बसे बसाए लोग हैं उनको आप उजाड़ रहे हैं. वहीं मथुरा कॉरिडोर पर कहा कि आप हर जगह कॉरिडोर ही बना दीजिएगा तो लोग रहेंगे कहां. हिंदुओं को भी उजाड़ा जा रहा है. यह सीधे सीधे व्यापरीकरण है. इसके अलावा सावन में दुकानदारों के नाम बताने वाले मामले पर कहा कि आप ठेले वाले से भी पहचान पूछ रहे हैं. यह अन्याय होगा. यह दूराव पैदा करने वाली बात होगी.