Uttarakhand Tunnel Rescue Update: उत्तरकाशी जिले की सिलक्यारा सुरंग में  15 दिनों से फंसे 41 मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी है. इंतजार लंबा होने से मजदूरों के साथ परिजनों की सांसें भी अटकी हैं. इस बीच ड्रिलिंग करनेवाली ऑगर मशीन पर टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल ने अपडेट दिया है. उन्होंने बताया कि पाइप के भीतर अभी ऑगर मशीन का 13.09 मीटर ही हिस्सा बचा रह गया है. उसे काटकर निकाला जाना है. आज देर रात या कल सुबह तक ऑगर मशीन का फंसा हुआ हिस्सा काट कर पाइप से बाहर निकाल लिया जायेगा. बाकी विकल्पों पर भी काम चल रहा है. अब मैनुअली पाइप में मलबा हटाकर रेस्क्यू का काम आगे बढ़ाया जायेगा. 800mm का नहीं हो पाने पर 700mm का पाइप भी डाला जा सकता है.


सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने की कवायद जारी


रेस्क्यू ऑपरेशन में बारिश की वजह से रुकावट होने पर उन्होंने कहा कि कोई परेशानी नहीं होगी. मशीन को हर परिस्थिति के लिये तैयार किया गया है. एनएचआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद ने बताया कि शुरुआत से ऑप्शन 2, 3, 4 रखा हुआ है. विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया है. कल से 2-3 और विकल्प पर काम चल रहा है. एसजेवीएनएल को 1.2 मीटर डायमीटर की ड्रिलिंग करने को कहा गया है. 305 मीटर की चेनेज के पास से ड्रिलिंग शुरू की है.


रेस्क्यू ऑपरेशन के नोडल अधिकारी ने दिया अपडेट


15 मीटर ड्रिलिंग की जा चुकी है. करीब 86 मीटर की ड्रिलिंग करनी बाकी है. आज से 4 दिन बाद एसजेवीएनएल 86 मीटर की ड्रिलिंग कर लेगी. ड्रिलिंग का पॉइंट निर्धारित कर लिया गया है. 180 मीटर की ड्रिलिंग करनी होगी. कंक्रीट बेडिंग का काम शुरू किया गया है. करीब 12 मीटर हर दिन का काम होगा. काम को पूरा करने में 15 दिन का समय लगेगा. ड्रिफ्ट टनल बनाने का काम भी किया जा रहा है. बडकोट की तरफ से 4 ब्लास्ट के बाद 10 मीटर का डिस्टेंस कवर हुआ है. वर्टिकल ड्रिलिंग से टनल तक पहुंचने में चार दिनों का वक्त लगेगा. शर्त ये है कि किसी तरह की अड़चन नहीं आनी चाहिए. 


UP News: यूपी विधानसभा सत्र में इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष, कल होगी सर्वदलीय बैठक