उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा बैंड में मंगलवार रात हुए रेस्क्यू में बचाए गए सभी 41 मजदूरों को अब दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है. इसके लिए भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलिकॉप्टर की मदद ली गई है.  इन सभी श्रमिकों को ऋषिकेश स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस यानी एम्स ले जाया जाएगा.


मंगलवार शाम रेस्क्यू के बाद सभी श्रमिक चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती थे. यहां इनकी जांच पड़ताल की गई और इसके बाद फैसला किया गया कि सभी को एम्स ऋषिकेश भी भेजा जाएगा ताकि आगे की जरूरी जांच हो सके. 


सीएम धामी ने दी जानकारी|
एक अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिलक्यारा सुरंग से मंगलवार रात सुरक्षित निकाले गए 41 श्रमिकों को चिकित्सा जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एम्स-ऋषिकेश ले जाया जा रहा है.



इस बाबत सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऋषिकेश स्थित एम्स में श्रमिकों की जांच होगी.  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, 'मैं सबसे(श्रमिकों से) मिला, सबका हाल-चाल लिया. सभी लोग स्वस्थ हैं और प्रसन्न हैं. सभी श्रमिक, उत्तराखंड सरकार और प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद कर रहे हैं. हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें नरेंद्र मोदी जैसा नेतृत्व मिला है. पूरे देश ने देखा कि जब हमारे श्रमिक भाई सुरंग के अंदर थे तो इस बचाव अभियान में विश्व के सबसे अच्छे प्रयास किए गए हैं. चिकित्सकों के परामर्श के  अनुसार एक बार उनकी ऋषिकेश एम्स में भी जांच होगी.'


'हमने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी थी'
दीगर है कि मलबे से बाहर निकाले जाने के बाद श्रमिकों की सुरंग में ही त्वरित चिकित्सकीय जांच की गई और उसके बाद उन्हें सिलक्यारा से 30 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां 41 बिस्तरों का एक विशेष वार्ड तैयार किया गया था.


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बाहर आए एक श्रमिक विशाल ने कहा, ‘‘हमने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी थी.... मैं बिल्कुल ठीक हूं. हम सभी ठीक हैं और मैं उन सभी को धन्यवाद करता हूं जिन्होंने हमें सुरक्षित बाहर निकाला.’’


यह पूछे जाने पर कि सुरंग में उन्होंने इस कठिन घड़ी का सामना कैसे किया, उन्होंने कहा, ‘‘शुरूआती कुछ घंटे मुश्किल थे क्योंकि हमें घुटन महसूस हो रही थी. लेकिन उसके बाद बाहर से लोगों के साथ संपर्क हुआ और फिर धीरे—धीरे सब सामान्य हो गया. ’’


सुरंग से बाहर निकाले गए सभी 41 श्रमिकों को चिन्यालीसौड़ स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है. श्रमिकों को उनके घर पहुंचाए जाने से पहले ऋषिकेश एम्स ले जाए जाने की संभावना है.