Uttarakhand News:  उत्तराखंड में जंगलों में आग लगने की घटना सर्दियों में भी आ रही है उत्तराखंड के जंगल में इस वक्त भी आग लग रहे हैं कई जगहों पर आग की घटनाएं दर्ज की गई है इसको देखते हुए वन विभाग ने इस विषय पर शोध करने का फैसला लिया है शोध कर यह पता लगाया जाएगा कि सर्दियों में जंगलों में आग लगने की क्या वजह है.भारत के अन्य हिस्सों के मुकाबले उत्तराखंड में भी इस वक्त काफी सर्दी है ऐसी सर्दी में जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रहे हैं इसको लेकर वन महका मां काफी चिंतित है प्रतिदिन 10 से 12 घटनाएं सामने आ रही है.



इसको लेकर वन महका मैंने अपने ही चिंताएं व्यक्त की है उत्तराखंड वन विभाग को रोजाना 10 से 12 घटनाओं के अलर्ट मिल रहे हैं इनमें उत्तरकाशी टोंस वन विभाग व अन्य जिलों से सूचनाओं सामने आ रही है इसको लेकर वन विभाग की चिंताएं बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं इसके पीछे असल कारण क्या हैं। इन सबको देखते हुए विभाग ने अब वैज्ञानिक ढंग से अध्ययन करने का इरादा जताया है। इसी कड़ी में उन सभी वन प्रभागों से ब्योरा मांगा गया है, जहां आग लगने की घटनाएं हुई हैं.


 प्रभागों से आग लगने के कारणों की जानकारी भी मांगी गई है ताकि शोध करते वक्त ये मालूम हो कि किस इलाके में सबसे अधिक आग की घटना घटी है,लगातार जंगलों में आग की घटनाओं से अधिकारियों को चिंता में ला दिया है, अधिकतर घटनाएं अल्मोड़ा चमोली उत्तरकाशी पिथौरागढ़ जिले में सामने आ रही है, यहां तक कि हिमालयी क्षेत्र के नजदीकी गोविंद वन्यजीव विहार, केदारनाथ वन प्रभाग में भी आग की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. ठंड में जंगलों में आग का ये हाल है तो सोचिए गर्मियों में जब जंगल में आग लगती है तो उस वक्त क्या हाल होता होगा,

वन विभाग इस पर करेगा शोध
मुख्य वन संरक्षक और राज्य में अग्नि के नोडल अधिकारी निशांत वर्मा के अनुसार उन तमाम डिविजनों से ब्योरा मांगा गया है जहां पर आज की घटनाएं हुई विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद इस विषय पर शोध किया जाएगा कि जंगलों में ठंड में आज क्यों लग रही है फिलहाल कुछ घटनाएं सामने तो आई है हम इस पूरे विषय पर नजर बनाए हुए हैं,उत्तराखंड में जंगलों की आग को नई बात नहीं है गर्मियों में जंगल में आज जब लगती है तो पूरे के पूरे इलाके जलकर खाक हो जाते हैं लेकिन सर्दियों में आग लगा बहुत चिंता का विषय है इस विषय पर मां महक में भी चिंतित दिखाई दे रहा है|


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