देहरादून: उत्तराखंड के मुनस्यारी से हरकोट और कई गांव को जोड़ने वाली सड़क कुछ महीनों पहले टूट गई थी. इस सड़क की मरम्मत तो हुई नहीं बल्कि सड़क का बाकी जितना हिस्सा बचा था अब वो भी गायब हो गया है. हाल के दिनों में हुए भूस्खलन से इस सड़क का बड़ा हिस्सा टूट गया जिसके बाद गांव और शहर को जोड़ने वाला ये रास्ता पूरी तरह से खत्म हो गया है.

आने जाने के लिए गांव के लोगों ने मिलकर लकड़ी का एक कच्चा पुल बनाया है जिसके नीचे उफनती तेज़ नदी बहती है तो दूसरी तरफ पानी का झरना बहता है.बारिश की स्तिथि में पुल और खतरनाक हो जाता है. पुल के नीचे बहने वाली नदी बहाव बढ़ने पर पुल तक पहुंच जाती है. मौसम को देखते हुए ये पैदल रास्ता खतरे से खाली नहीं है क्योंकि जगह जगह पत्थर गिर रहे हैं और गीली चिकनी मिट्टी रास्ते को और चुनौतीपूर्ण बना रही है.

स्थानीय लोगों का क्या है कहना....

दीनानाथ - लोकल के लोगों ने पुल बनाया है. यहां कोई सुविधा नहीं है. जैसे नदी ऊपर आती है सड़क का कोई ना कोई हिस्सा हर बार बह जाता है.

मानसी - यहां बहुत अच्छी सड़क हुआ करती थी. इस पुल को पार करने में डर लगता है लेकिन मजबूरी है और कोई रास्ता नहीं है.

सुनीता - मेरा घर यहां से 5 किलोमीटर है यहां से रोज़ निकलते हैं, सामान भी ऐसे ही ले जाना पड़ता है.

5 साल का नवरांग सेनिया ने कहा कि वो जब बाज़ार आता है तो इस पुल से गुजरता है.

जोस्तांग सेनिया - इस पुल से और ज़्यादा खतरनाक रास्ता आगे भी है. ऐसे ही गांव जाना पड़ता है. चलने लायक नहीं है और ऊपर से लैंड स्लाइड भी हो रहा है. सामान मुनस्यारी में ही मिलता है. प्रशासन को कई बार शिकायत कि लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता.

India-China standoff: मानसरोवर झील के पास मिसाइल तैनाती की तैयारी में चीन, सामने आईं सैटेलाइट तस्वीरें Covid-19 Vaccine Update: पहली खेप में 50 लाख वैक्सीन खरीदेगी सरकार, सबसे पहले इन्हें लगाया जाएगा टीका