उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान कल, 24 जुलाई को होने जा रहा है. राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. इस बार दूरसंचार कनेक्टिविटी से वंचित क्षेत्रों में पुलिस वायरलेस और सेटेलाइट फोन का उपयोग सुनिश्चित किया गया है.

राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने मंगलवार को सभी नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव के लिए अलर्ट जारी किया और वर्चुअल माध्यम से विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया.

चुनाव के लिए व्यापक तैयारियां

राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, पुलिस प्रशासन, और आपदा प्रबंधन सहित सभी संबंधित विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की. उन्होंने साफ निर्देश दिए कि चुनाव अवधि के दौरान सभी नोडल अधिकारी 24 घंटे कंट्रोल रूम में मौजूद रहें और किसी भी सूचना के तुरंत निपटारे के लिए टीम तैयार रखें. साथ ही, अगर कहीं सड़क बाधित होती है, तो लोक निर्माण विभाग और संबंधित विभागों को इसे न्यूनतम समय में ठीक करने का आदेश दिया गया है.

संचार और सुरक्षा व्यवस्था पर जोर

सुशील कुमार ने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी पोलिंग पार्टियां अपने गंतव्य तक समय पर पहुंचें और संचार व्यवस्था बाधारहित रहे. दूरसंचार कनेक्टिविटी नहीं होने वाले क्षेत्रों में पुलिस वायरलेस और सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि कम्युनिकेशन में कोई रुकावट न आए. जिला अधिकारियों को भी मतदान के दौरान पूरी तरह मुस्तैद रहने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

मौसम चेतावनी और आपदा प्रबंधन

वहीं उधर मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने जोर देकर कहा कि मतदान के दौरान किसी भी तरह की बड़ी घटना न होने पाए और चुनाव प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो.

मतदान का शेड्यूल

पहले चरण का मतदान 24 जुलाई को मुख्य रूप से गढ़वाल क्षेत्र में होगा, जिसमें 49 विकासखंड शामिल हैं. दूसरा चरण 28 जुलाई  को कुमाऊं क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा, जिसमें 40 विकासखंड शामिल होंगे. मतगणना 31 जुलाई से शुरू होगी. इस चुनाव में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, और जिला पंचायत सदस्य के 66,418 पदों के लिए 47.77 लाख मतदाता अपने प्रतिनिधि चुनेंगे.