देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. पहड़ों से लेकर मैदान तक बारिश ने अपना कहर बरपा रखा है. प्रशासन का दावा है कि वो बारिश के दौरान किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार है. इसी को देखते हुए गढ़वाल कमिश्नर ने मानसून सीजन में सभी फील्ड कर्मियों की छुट्टियां रद कर दी हैं. सभी फील्ड अधिकारियों और कर्मचारियों को कहा गया है की वो लगातार फील्ड में जाएं और डिस्ट्रक्ट कंट्रोल रूम के संपर्क में रहें.


अलर्ट रहने के र्निदेश
गढ़वाल कमिशनर रविनाथ रमन ने बताया की पिछले साल मानसून के सीजन में कई इलाकों में बादल फटने जैसी समस्याओं के साथ ही कई प्राकृतिक आपदाएं आईं थीं. इन आपदाओं की वजह से काफी नुकसान भी हुआ था. कमिश्नर ने कहा कि बारिश को देखते हुए उत्तराखंड के सभी जिलों में आपदा जैसे हालात से निपटने के लिए पर्याप्त धन और संसाधन उपलब्ध है. इसके साथ ही सभी फील्ड कर्मियों को अलर्ट रहने के र्निदेश जारी किए गए हैं.


पिथौरागढ़ में फटा बादल
बता दें कि, पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी इलाके में सोमवार तड़के बादल फटने की घटना में 10 लोगों की मौत हो गई है. बुधवार को यहां मलबे से तीन और शव बरामद किए गए हैं. पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी वीके जोगदंडे ने बताया कि टांगा गांव में मलबे से अब तक सात शवों को निकाला जा चुका है. उन्होंने बताया कि बुधवार को बचाव दल ने तीन शव मलबे से बरामद किए. बादल फटने केल बाद मलबे की चपेट में आने 11 लोग बह गए थे.



उफान पर हैं नदियां
गौरतलब है कि, उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं. कई जगहों पर सड़क में दरार आ गई है. 21 से 23 जुलाई के बीच प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जताते हुए मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिलों में अलर्ट जारी किया था. इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और अल्मोड़ा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.


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