Uttarakhand News: उत्तराखंड में चीन सीमा से सटे गांवों में केंद्र सरकार लगातार काम करने पर लगी हुई है. इसी कड़ी में चमोली के आखिरी गांव जो कि भारत-चीन सीमा से लगा हुआ है, उसके विकास के लिए केंद्र सरकार ने टू लाइन सड़क से जोड़ने का फैसला लिया है. उत्तराखंड के आखिरी गांव नीती को टू लेन सड़क से जोड़ा जाएगा, इसके लिए केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है.

 

उत्तराखंड के चमोली जिले का आखिरी गांव नीती इस साल डबल लेन सड़क से जुड़ जाएगा. इन दिनों सड़क के चौड़ी करण का काम अपने अंतिम समय में है. जल्द ही काम पूरा होने की संभावना है, मलारी से नीती गांव तक लगभग 17.35 किमी तक काम चल रहा है पहाड़ की कटिंग की जा रही है तो कही डामरीकरण किया जा रहा है. काम कर रही कंपनी के अनुसार इस साल अक्टूबर तक यह काम पूरा हो जाएगा.

 

चीन की सीमा तक बनेगी डबल लेन सड़क

इस सड़क निर्माण से चीन सीमा तक पहुंचने में भारतीय आर्मी को भी काफी मदद मिलेगी. काफी तेजी से बॉर्डर तक पहुंचा जा सकता है. वहीं बॉर्डर पर तैनात तमाम आर्मी के जवानों तक पहुंचने में भी काफी आसानी हो जाएगी. इस सड़क के बनने से चीन बॉर्डर तक पहुंचना काफी आसान हो जाएगा. इस सड़क के निर्माण को देश के विकास से जोड़कर देखा जा रहा है तो वहीं देश की सुरक्षा के लिहाज से यह सड़क काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

 

उत्तराखंड के कई ऐसे इलाके हैं जो चीन की सीमा से लगते हैं. ऐसी जगह पर सड़क पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है. ज्यादा से ज्यादा इन इलाकों में काम किया जा रहा है, ताकि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरती जाए. इस सड़क के बनने से जहां सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी तो वही बाबा बर्फानी के दर्शन करने आने वाले पर्यटकों के लिए भी काफी आसानी हो जाएगी. इस सड़क के बनने से बाबा बर्फानी की गुफा तक पहुंचाने का रास्ता काफी हद तक आसान हो जाएगा.