Uttarakhand Crime News Today: उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में आज यानी गुरुवार (28 मार्च) की सुबह बाबा तरसेम सिंह की हत्या कर दी गई. वारदात के बाद से जिलेभर में हड़कंप मच गया. जिले भर में व्यापारियों ने हत्या के विरोध में बाजार बंद कर अपना आक्रोश जताया. बाबा तरसेम सिंह नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारे में कार सेवा प्रमुख थे.


आज सुबह बाबा तरसेम सिंह कुर्सी पर बैठे थे, तभी अचानक सामने से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने AK 47 से उन पर फायरिंग कर दी. गोलियां लगने से तरसेम सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, मौके पर उन्हें खटीमा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.


अपराधियों ने बरसाए बाबा तरसेम सिंह पर गोलियां


इस हत्याकांड को नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जल्द होने वाले चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. मामले की जांच के लिए एक SIT का गठन कर दिया गया है. बाबा तरसेम सिंह श्री नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख थे गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में कार सेवा की देखरेख की जिम्मेदारी बाबा तरसेम निभाते थे.


आज सुबह एक बाइक पर सवार होकर दो लोग गुरदवारे पर पहुंचे और बाबा तरसेम सिंह जो की अपने कार्यालय से बाहर कुर्सी पर बैठे हुए थे, इनपर AK 47 से गोलियां चलाई, लगभग दो गोलियां बाबा तरसेम सिंह को लगी. इलाज के दौरान बाबा ने अंतिम सांस ली. बाबा की मौत की खबर बाहर आने के बाद व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद कर दिया, पुलिस लगातार इन अपराधियों की तलाश कर रही है.


कौन थे बाबा तरसेम सिंह?


बाबा तरसेम सिंह उधमसिंह नगर के प्रसिद्ध श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख थे. स्थानीय स्तर पर उन्होंने जनसेवा से संबंधित कई काम किए थे. गुरुद्वारे में कार सेवा की तमाम जिम्मदारियों की देखभाल करते थे. आपदा के समय में इस गुरुद्वार से हमेशा लंगर और राहत सामग्री पहुंचाने का काम किया जाता था. 


आरोपियों की गिरफ्तार के लिए टीम का किया गया गठन


बाबा तरसेम सिंह से समाज सेवा के कामों की चर्चा दिल्ली तक की जाती है. उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं थी, ऐसे में किसने इस वारदात को अंजाम दिया और उनकी हत्या के पीछे क्या वजह रही इसे लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं.  इस घटना को लेकर सिख समुदाय के लोगों में खासा गुस्सा देखने को मिल रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के बड़े अफसर भी मौके पर पहुंच गए और घटना स्थल का दौरा किया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है. 


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