Kedarnath News: उत्तराखंड में केदारनाथ बाबा की डोली के धाम को प्रस्थान करने के बाद अब प्रशासन भी यात्रा तैयारियों में तेजी से जुट गया है. बताया जा रहा है कि इस बार केदारनाथ यात्रा में लाखों की संख्या में तीर्थयात्री पहुंचने जा रहे हैं. ऐसे में प्रशासन की ओर से यात्रा मार्गों पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही हैं, जिससे तीर्थयात्री यहां से सुखद संदेश लेकर जाए. प्रशासन ने इस बार यात्रा में नये प्रयोग भी किये हैं, जिनका तीर्थयात्रियों को लाभ मिलेगा.
पांच मई को अपने धाम पहुंच जायेगी डोली
केदारनाथ विधायक के अथक प्रयासों से गौरीकुण्ड पैदल मार्ग पर सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिला है. बता दें कि दो साल बाद सुव्यवस्थित तरीके से केदारनाथ की यात्रा शुरू हो गई है. बाबा की डोली ने धाम के लिए प्रस्थान कर दिया है और विभिन्न पड़ावों से होकर डोली पांच मई को अपने धाम पहुंच जायेगी और उसके अगले दिन बाबा के कपाट खोल दिये जायेंगे.
बाबा की डोली के धाम की ओर प्रस्थान करने के बाद केदार यात्रा का भी आगाज हो गया है. ऐसे में जिला प्रशासन भी यात्रा तैयारियों में और तेजी से जुट गया है. यात्रा में इस बार तीर्थयात्रियों को जिला प्रशासन के नये प्रयोग देखने को मिलेंगे.
पेयजल, खाने और ठहरने की है पूरी व्यवस्था
साथ ही स्वास्थ्य, पेयजल से लेकर रहने और खाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. कुछ दिन पहले सीएम के कालीमठ आगगम पर केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने गौरीकुंड पैदल मार्ग पर स्थानीय लोगों को छोटी-छोटी दुकाने खोलने के लिए अनुमति प्रदान करने की मांग की थी, जिस पर सीएम की ओर से आश्वासन दिया गया और स्थानीय लोगों को पैदल मार्ग पर रोजगार दिया जा रहा है. जिससे वे अपने लिए चाय, नींबू पानी सहित अन्य कोई छाेटे रोजगार कर सकें. ऐसे में स्थानीय युवा बेरोजगारों में भी खुशी है.
प्रधान पुजारी बागेश लिंग ने कहा कि भगवान भोले ने सभी कष्टों को दूर कर दिया है. इस बार कोरोना महामारी की कोई डर नहीं है. बाबा की डोली के विधि-विधान से धाम के लिए प्रस्थान करने से भक्तों में अच्छा संदेश जा रहा है.
तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार चारधाम यात्रा को लेकर मुस्तैदी से कार्य कर रही है. दो साल तक कोरोना महामारी के घर बैठे लोगों के सामने रोजगार का संकट बना हुआ था. जिस गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर पांच सौ से ज्यादा दुकानें होनी चाहिए थी, वहां प्रशासन की 40 से 50 दुकानें होने से स्थानीय बेरोजगार मायूस थे. ऐसे में हजारों की संख्या में केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थयात्री भी खासे परेशान थे.
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर रोजगार के बहुत सारे स्त्रोत हैं. केदारनाथ विधायक शैलारानी के प्रयासों से युवाओं को रोजगार मिला है. उन्हें छोटी-छोटी दुकानें खोलने के लिए मदद की जा रही है. विधायक ने अपने प्रयासों से सैकड़ों युवाओं को रोजगार देने का सराहनीय प्रयास किया है.
वहीं उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन यात्रा तैयारियों में मुस्तैदी से जुटा हुआ है. डोली केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई है और डोली को सुव्यवस्थित तरीके से केदारनाथ ले जाने की सभी तैयारियों की गई हैं. उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर रहने व खाने की उचित व्यवस्था है. कोरोना के दो साल बाद लोग यात्रा में पहुंच रहे हैं. उनके लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग 13 मेडिकल रिलीफ की भी व्यवस्था है.
इसके साथ ही केदारनाथ अस्पताल में भी सभी व्यवस्थाएं की गई हैं, जबकि जिला अस्पताल की एक टीम धाम के लिए रवाना हो गई है. दवाइयां पर्याप्त मात्रा में पहुंचा दी है और ऑक्सीजन सिलेंडर भी केदारनाथ धाम में पर्याप्त हैं. उन्होंने बताया कि इस बार केदारनाथ यात्रा को लेकर नया प्रयोग किया है. नयी व्यवस्था में इस बार रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया गया है. साथ ही क्यू मैनेजमेंट को भी शुरू किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं.
जाम से ऐसे मिलेगी निजात
इस व्यवस्था के तहत तीर्थयात्रियों को टोकन दिये जायेंगे, जिससे वे अनावश्यक लाइन में ना लगे रहें और जब उनका नम्बर आये वे दर्शन करने को जाएं. उन्होंने बताया कि केदारनाथ यात्रा में जाम की बड़ी समस्या रहती है. इससे निजात दिलाने के लिए स्थानीय पार्किंग भी चिन्हित की गई हैं. इन पार्किंग के जरिये जहां जाम से निजात मिलेगी, वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के चैड़ी जगहों पर भी पार्किंग संचालित करने का प्रयास किया गया है.
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