उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव अगले साल होने हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी एक बार फिर सत्ता में आने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. पार्टी ने इस बार 70 सदस्यों वाली विधानसभा में 60 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य बनाया है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीजेपी के नेता लगे हुए हैं. आइए जानते हैं कि बीजेपी के कौन-कौन से नेता उत्तराखंड में काम कर रहे हैं. 


किसके पास है कौन सी जिम्मेदारी


उत्तराखंड बीजेपी के पर्यवेक्षक की भूमिका में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह हैं. मध्य प्रदेश से आने वाले सौदान सिंह पहले छत्तीसगढ़ के सहसंगठन मंत्री थे. लेकिन उन्हें दिसंबर 2020 में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया. उन्हें चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और पंजाब का प्रभारी बनाया गया था. वहीं प्रभारी की भूमिका में दिल्ली के रहने वाले दुष्यंत गौतम हैं. वह भी बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. 


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इसी तरह बीजेपी ने चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी प्रहलाद जोशी को सौंप रखी है. कर्नाटक से आने वाले प्रहलाद जोशी बीजेपी के बड़े नेता हैं. वो नरेंद्र मोदी कैबिनेट में संसदीय कार्य मंत्री हैं. बंगाल से आने वाली लोकसभा सांसद लॉकेट चटर्जी और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह को सह प्रभारी की भूमिका में हैं. 


एक बार फिर सत्ता में पाने के लक्ष्य से आगे बढ़ रही बीजेपी को बार मुख्यमंत्री बदलना पड़ा है. पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया, बाद में तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया है. 


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साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में बीजेपी ने 46.51 फीसद वोट और 57 सीटें जीती थीं.