Uttarakhand News: उत्तराखंड के नव नियुक्त डीजीपी अभिनव कुमार की पहल पर चलाए जा रहे ऑपरेशन मुक्ति के तहत सैकड़ों बच्चो को स्कूल पहुंचाया गया है. ये सभी बच्चे भीख मांगते थे या फिर बाल मजदूरी में लगे थे. इन बच्चों के जीवन को नया रूप देने के लिए पुलिस ने ये अभियान चलाया है, जिसमें इन मासूम बच्चों को स्कूल पहुंचाया जा रहा है. इस अभियान के तहत पिछले 3 महीने में प्रदेश के समस्त जनपदों व रेलवेज में चलाया जाए, इस अभियान में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है.


उत्तराखंड सभी जिलों में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार की पहल पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा उक्त अभियान को चलाया गया. इसके साथ ही रेलवेज में भी एक टीम का गठन कर अभियान को चलाया गया. उत्तराखंड में  मुख्य-मुख्य स्थान जहां बच्चों द्वारा द्वारा भिक्षावृत्ति की जाती है, वहां अभियान को चलाया गया. जिसमें भिक्षावृत्ति/कूड़ा बीनने/गुब्बारे बेचने आदि कार्यों में लिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर उनका वहीं के स्थानीय स्कूलों में दाखिला कराया गया ताकि इन मासूमों का भविष्य सुधार सके. 


ऑपरेशन मुक्ति के अंतर्गत 892 बच्चों का सत्यापन किया गया, सत्यापन किए गए 892 बच्चों में से कुल 378 बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया गया. जब की अन्य बच्चों के स्कूलों में दाखिला कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है. अभियान के दौरान बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने वाला कोई गैंग प्रकाश में नहीं आया. अभियान के दौरान बाल श्रम करते पाये गये 06 बच्चों को रेस्क्यू कर नियोजकों के विरूद्ध 02 अभियोग तथा भिक्षावृत्ति करते पाए गए, 8 व्यक्तियों के विरूद्ध 2 अभियोग पंजीकृत कराए गए.


उत्तराखंड में 2017 से अब तक 8562 बच्चों का सत्यापन किया जा चुका है तथा 3981 बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया गया है. उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अभिनव कुमार का कहना है की इन बच्ंचो के भविष्य के लिए हम और सरकार चिंतित हैं.  


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