UP Politics: कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष सोनिया गांधी (Soniya Gandhi) ने देश के मौजूदा तनाव भरे सामाजिक राजनीतिक हालात पर एक अखबार में लेख लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर टिप्पणी की है. सोनिया गांधी लिखती हैं कि यह नफरत और विभाजन का वायरस है. यह विश्वास को गहरा करता है और बहस को दबाता है. एक राष्ट्र और लोगों के रूप में हमें नुकसान पहुंचाता है. सोनिया गांधी के इस लेख को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के राज्य मंत्री रघुराज सिंह (Raghuraj Singh) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.


सोनिया गांधी पर क्या बोले मंत्री
रघुराज सिंह ने कहा, "सोनिया गांधी का बयान हास्यास्पद है क्योंकि वह स्वयं क्रिश्चन हैं. क्रिश्चनटी की वजह से वह जान सकती हैं लेकिन हिंदुत्व का कोई उन्हें ज्ञान नहीं है. अज्ञानी व्यक्ति अगर हिंदुत्व की पाठशाला का पाठ पढ़ाता है तो समझ में आता नहीं है. उन्हें गीता का बोध नहीं, उन्हें महाभारत का बोध नहीं, यहां के पुराण और वेदों-शास्त्रों में हमारे लिखा हुआ है. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि तक्षशिला नालंदा विश्वविद्यालय हमने दिया. हमसे पढ़ कर हम से सीख कर हम को सिखाना चाहते हैं. वो इतनी पढ़ी-लिखी भी नहीं हैं कि हमारे हिंदुत्व के विषय में ज्ञाता है. ऐसा संभव है नहीं. मैं उनको सलाह देना चाहता हूं कि वह हिंदुत्व के विषय में ना सिखाएं."


चीन विवाद पर क्या बोले
मंत्री ने कहा, "नेहरू का भारत नहीं है, ये योगी का भारत है. किसी के माई के लाल की हैसियत नहीं है कि एक इंच भी भूमि को हम से ले. जैसे 56,000 किलोमीटर इन्होंने चाइना को दे दिया सन 62 में नेहरू ने, लेकिन आज हम डोकलाम से हमने वापस किए. 22 जवान हमारे गए तो उनके 48 गए. हम टिट फॉर टैट करने वाले हैं. अब मोदी युग है किसी की हैसियत नहीं है. 85 बनाम 15 परसेंट लोगों को खुश करने के लिए उन्होंने यह बयान दिया है. वह इसको अपने पास रखें. 


इटली जाना होगा वापस
मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वह वन नेशन मानती नहीं है. वह राज्यों का समूह मानती हैं. उनके बेटे ने लोकसभा में कहा है कि मां-बेटे को ज्ञान नहीं है. वह बड़ा पप्पू है और हमारे प्रदेश में छोटा पप्पू है अखिलेश. तो दोनों ही अनभिज्ञ है इस ज्ञान से. इसलिए हिंदुत्व के विषय में पहले पढ़े तब जाकर ज्ञान दें. मेरा उनसे आग्रह है. जिसको कहीं अगर हिंदुस्तान अच्छा नहीं लगता हो तो अफगानिस्तान चला जाए. मैं कहता हूं कि कुछ दिन सोनिया गांधी अफगानिस्तान रहकर आए तब अच्छा रहेगा. उनको पता पड़ेगा कि कैसा कानून है. वह हिंदुस्तान की लोकशाही में आनंद ले रही हैं. यहां 15 फीसदी लोगों ने उनको एक्सेप्ट कर रखा है, आने वाले समय में वह भी समाप्त हो जाएगा. उनको हिंदुस्तान से वापस इटली जाना पड़ेगा.


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