लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना मरीजों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस लेवल- 3 कोविड अस्पताल का सोमवार को उद्घाटन किया. 320 बेड वाले इस अस्पताल में 125 बेड आइसीयू के होंगे. 40 वेंटिलेटर की सुविधा भी होगी.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "पिछले सप्ताह जब मैं गोंडा गया कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने तो पूछा गया कि कैसे चलाएंगे. मैंने कहा चला लेंगे. जब गोंडा में 300 बेड का डेडिकेटेड हॉस्पिटल कोविड का चल सकता है तो केजीएमयू में क्यों नहीं. केजीएमयू व एसजीपीजीआई के लिए ये एक चुटकी का कार्य है. ये मैनपावर की खान हैं."


योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, "अगले हफ्ते तक हमें 1000 बेड डेडिकेटेड कोविड के चाहिए. कोई बेड के बगैर वंचित होकर ना जाए. अभी तक आपने बेहतर किया है. लोगों को हमने घर तक पहुंचाया. तब्लीगी वालों ने संक्रमण फैलाया तो सख्ती भी की गई. हमने बेहतर काम किया. सबने आने क्षेत्र में कुछ नया करने का कार्य किया. कल-परसों से 320 बेड के इस हॉस्पिटल को शुरू हो जाना चाहिए. पहले वाला भी चलाते रहें. ईश्वर ने आपको मानवता का अवसर दिया है. सरकार हर मदद करेगी."


उन्होंने कहा कि केजीएमयू में पहले से संचालित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के साथ ही, इस अस्पताल को भी पूरी क्षमता से कार्यशील रखा जाए.


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड का पहला मामला सामने आने पर, यहां पर उपचार की सुविधा नहीं थी. इसके बाद प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम निरंतर कोविड-19 की टेस्टिंग व उपचार के लिए बेड बढ़ाने में सफल रहे हैं. केजीएमयू में स्थापित लैब में प्रदेश में पहली बार 23 मार्च को कोविड-19 के 72 टेस्ट हुए थे.


वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 1 लाख 50 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं. इसमें से 50 हजार टेस्ट आरटीपीसीआर, 3.5 हजार टेस्ट ट्रूनेट मशीनों तथा लगभग 01 लाख रैपिड एन्टीजन टेस्ट हो रहे हैं. राज्य सरकार द्वारा कोविड से बचाव और उपचार के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है. इससे बड़े पैमाने पर लोगों की जीवन रक्षा हुई है.


योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में एल-1 और एल-2 श्रेणी के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल कार्यशील हैं. एल-3 कोविड अस्पतालों की सुविधा भी तेजी से बढ़ायी जा रही है. कोविड-19 की शुरूआत के समय प्रदेश के 36 जनपदों में वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं थी. वर्तमान में प्रत्येक जनपद में कम से कम 10 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. हम सभी को कोविड-19 के विरुद्ध लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए.


मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति को बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केजीएमयू, एसजीपीजीआई तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा एल-3 श्रेणी के 1 हजार कोविड बेड की सुविधा विकसित की जानी चाहिए. राज्य सरकार द्वारा इसके लिए पूरा सहयोग एवं संसाधन उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि आइसोलेशन बेड को आईसीयू बेड में बदलने के लिए तत्परता से कार्य किया जाए.


मुख्यमंत्री ने कहा कि केजीएमयू, एसजीपीजीआई तथा डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा प्रदेश में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए वर्चुअल आईसीयू संचालित किया जाना चाहिए.


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