लखनऊ: बीजेपी नेता सैय्यद जफर इस्लाम राज्य सभा के सदस्य के रूप में निर्विरोध चुन लिए गए हैं. दिवंगत राज्य सभा सांसद अमर सिंह के निधन के बाद ये सीट खाली हुई थी. इस्लाम उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के लिए चुने गए हैं. इस्लाम के राज्य सभा सदस्य चुने जाने की औपचारिक घोषणा तब हुई जब एक और उम्मीदवार गोविंद नारायण शुक्ला ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली. इस्लाम 4 जुलाई, 2022 तक राज्य सभा का सदस्य रहेंगे.

कौन हैं सैय्यद जफर इस्लाम?

जफर इस्लाम मीडिया के लिए जाना पहचाना चेहरा हैं. टीवी चैनलों पर डिबेट में वह हर रोज बीजेपी का बचाव करते हैं. राजनीति में आने से पहले जफर इस्लाम एक विदेशी बैंक के लिए काम करते थे और लाखों रुपये का वेतन पाते थे. मोदी की राजनीति से प्रभावित होकर जफर इस्लाम ने बीजेपी से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की.

माना जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जफर इस्लाम के अच्छे ताल्लुकात हैं. शायद यही वजह है कि मृदुभाषी और बेहद शालीन व्यक्तित्व के धनी जफर इस्लाम को बीजेपी हाईकमान ने मध्य प्रदेश में 'ऑपरेशन लोटस' चलाने की जिम्मेदारी दी थी.

सिंधिया को बीजेपी में लाने का मिला इनाम

मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में लाने में इस्लाम की प्रमुख भूमिका थी. सिंधिया को बीजेपी तक लाने और फिर गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने वाले कोई और नहीं, बल्कि बीजेपी प्रवक्ता जफर इस्लाम हैं. अब इस्लाम को बीजेपी ने यूपी से राज्यसभा भेजकर इसी मेहनत का फल दिया है.

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