Baghpat: पतियों के रोज-रोज शराब पीकर मारपीट करने और घर का सामान बेचने से दुखी होकर बागपत के बड़का गांव की महिलाओं ने देशी शराब के ठेके पर धावा बोल दिया. महिलाओं ने शराब के पव्वों को बाहर फेंक दिया और सड़क पर जाम लगा दिया. गुस्साई महिलाएं ठेके के अंदर घुस गई और तोड़फोड़ का प्रयास करते हुए शराब के पव्वों को बाहर फेंक दिया. महिलाओं ने कहा कि मोदी सरकार ठेके को बंद कराए. अन्यथा पुरुषों से ही वोट ले लें, महिलाएं वोट नहीं देंगी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया.


महिलाओं ने किया जमकर हंगामा
बागपत के बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के बड़का गांव में देशी शराब का ठेका खुला हुआ है। आज दोपहर काफी संख्या में महिलाएं डंडे लेकर हंगामा करते हुए शराब के ठेके पर पहुंची और शराब के ठेके पर धावा बोल दिया. सुनीता, बेबी, पुष्पा, ओमवती, सलमा, सुमन, पिंकी आदि गुस्साई महिलाएं शराब के ठेके में घुस गई और तोड़फोड़ का प्रयास करते हुए शराब के पव्वे बाहर फेंक दिए. शराब को सड़क पर बिखेर दिया. गुस्साई महिलाओं ने बड़का-हिलवाड़ी मार्ग पर जाम लगाकर नारेबाजी करते हुए ठेके का ताला बंद करवा दिया.


मोदी सरकार को धमकी 
महिलाओं का कहना था कि उनके पति दिनभर जो भी कमाते हैं उन रुपयों से गांव में खुले ठेके से शराब खरीदकर पी जाते हैं. नशे में घर जाकर मारपीट करते हैं. कई बार तो घर का कीमती सामान बेच देते हैं. इस मुश्किल घड़ी में हमें बच्चों को पढ़ाना और घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. महिलाओं ने कहा कि गांव में ठेका नहीं खुलना चाहिए. चेतावनी दी कि यदि ठेके को दोबारा खोला गया तो ठेके में आग लगा दी जाएगी. यह भी कहा कि मोदी सरकार ने यदि ठेके को बंद नहीं कराया तो महिलाएं वोट नहीं देंगी. मोदी सरकार जब महिलाओं की बात करती है तो मदद भी करनी चाहिए. कोतवाली बड़ौत इंस्पेक्टर एमएस गिल पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे और महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत किया. इंस्पेक्टर ने ग्राम प्रधान से बातचीत की. बड़ौत कोतवाली इंस्पेक्टर एमएस गिल ने बताया कि बड़का गांव में कुछ महिलाओं ने शराब का ठेका बंद कराने के लिए हंगामा किया था. महिलाओं को समझाने के बाद ठेका खुलवा दिया है.


ये भी पढ़ें-


UP Election 2022: पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लगाया था ये आरोप, अब कांग्रेस ने बनाया अपना उम्मीदवार


UP Election 2022: SP मुख्यालय में भीड़ जुटाने पर EC का कड़ा एक्शन, SHO सस्पेंड लेकिन बड़े नेताओं पर कार्रवाई नहीं