UP Assembly Election 2022: वाराणसी (Varansi) में एक ओर जहां शत प्रतिशत मतदान कराने का प्रयास जारी है, वहीं वाराणसी के असवालपुर गांव के वासी इस बार वोट का बहिष्कार (Boycott Voting) कर रहे हैं. गांव में वोट का बहिष्कार करने के पोस्टर लगे हुए हैं और गांव के लोग वोट का विरोध कर रहे हैं.


क्या है समस्या
असवालपुर गांव में पोस्टर लगा है 'रोड नहीं तो वोट नहीं'. वाराणसी की पिंडरा विधानसभा (Pindra Vidhan Sabha) का असवालपुर गांव में लगा ये पोस्टर उस सुस्त व्यवस्था को दर्शा रहा है जो इन ग्रामीणों से वायदे के रूप में की गई थी. इस गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने वाला रास्ता विवादित है. दो गुटों के विवाद से गांव में साढ़े तीन किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है, जनता परेशानी झेलती है. लिहाजा इस बार जनता ने साफ तौर पर कह दिया है कि अगर सड़क नहीं बनी तो वोट का बहिष्कार करेंगे.


क्या है मामला
आपको बता दें कि इन्हीं ग्रामीणों ने पिछली विधानसभा में भी वोट बहिष्कार की बात कही थी. प्रशासनिक अमले के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने थे लेकिन समय बीतने के साथ प्रशासन भी वायदे भूल गया. सरकार बदली नेता बदले लेकिन समस्या आज भी ज्यों की त्यों है. विधायक हो या नेता सभी को लेकर गांव में आक्रोश है और ग्रामीणों ने एंट्री प्वाइंट पर पोस्टर चस्पा कर अपना संदेश सुना दिया है.


कितनी है आबादी
दावे और चुनाव प्रचार के बीच ग्रामीणों की समस्या अपनी जगह बनी हुई है. अब देखना ये होगा कि प्रशानिक व्यवस्था क्या एक बार फिर से इस गांव के ग्रामीणों जिसकी आबादी दो हजार है और नजदीक के 10 हजार आबादी तक के गांवों को जोड़ता है और मनाने में कामयाब होता है?


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