UP Assembly Election 2022: अयोध्या में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने एक बड़ा दावा किया है. महंत का कहना है कि उनको मुख्यमंत्री ने फोन करके एक आश्वासन दिया है. जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह 2024 के चुनाव में सांसद पद के लिए अयोध्या से बीजेपी के दावेदार होंगे.


क्या है दावा
दरअसल संत परमहंस दास ने मतदाता दिवस के मौके पर यह घोषणा की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अयोध्या से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इसके लिए उनको बीजेपी टिकट देती हो तो ठीक नहीं तो फिर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. अब संत परमहंस दास ने दावा किया कि इसके बाद स्थानीय बीजेपी प्रत्याशी ने उनको मनाने के प्रयास किया. परमहंस दास ने दावा किया है कि जब वह नहीं माने तो खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनको फोन किया है. सीएम ने उनसे कहा है कि विधानसभा के चुनाव निर्दलीय ना लड़े. उनको 2024 के चुनाव में सांसद पद के लिए बीजेपी अयोध्या से उम्मीदवार घोषित करेगी.


महंत सुरेश दास का दावा
अपने बयान और क्रियाकलापों से लगातार मीडिया की सुर्खियों में बने रहने वाले संत परमहंस दास का बयान चौंकाने वाला है. क्योंकि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या से चुनाव लड़ना चाहते थे. जबकि पार्टी के निर्देश पर उन्हें गोरखपुर से चुनाव लड़ना पड़ा. ऐसा सीएम के करीबी संत रहे दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास ने दावा किया था. अयोध्या में टिकट को लेकर सरगर्मियां बहुत दिन तक बनी रही. अंत में अयोध्या के सभी पांचों विधानसभा पर मौजूदा विधायक और उनके परिजनों को ही पार्टी की तरफ से प्रत्याशी घोषित किया गया. 


कहां किसको मिला टिकट
मिल्कीपुर विधायक बाबा गोरखनाथ को टिकट दिया गया. बीकापुर से विधायक शोभा सिंह के पुत्र अमित सिंह को टिकट दिया गया. गोसाईगंज विधानसभा से इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी को टिकट दिया गया. रुदौली से विधायक रामचंद्र को टिकट दिया गया. अयोध्या में रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करने वाले विधायक वेद प्रकाश गुप्ता को ही दोबारा से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में प्रत्याशियों के नाम की घोषणा से पहले ही परमहंस ने अयोध्या विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी.


क्या कहा सीएम ने
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा कि मैंने घोषणा की थी. अगर मुझको बीजेपी टिकट देती है तो मैं उसके सिंबल पर विधानसभा का चुनाव अयोध्या से लड़ लूंगा. अगर नहीं टिकट देती है तो निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा मैंने की थी. संत परमहंस दास ने कहा उसके बाद अयोध्या से घोषित किए गए प्रत्याशी उनसे मुलाकात करने पहुंचे. उनके मान मनोबल पर भी परमहंस दास जब नहीं माने तो खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने परमहंस दास को फोन किया है. परमहंस दास के मुताबिक सीएम ने कहा कि आपने राम मंदिर आंदोलन मैं निर्णायक भूमिका निभाई है. 500 वर्षों तक इतना बड़ा आंदोलन किसी ने भी नहीं किया. साथ ही हिंदू राष्ट्र के लिए भी आंदोलन किया. 


सीएम ने कही ये बात
सीएम ने कहा कि सब सराहनीय है. संत परमहंस दास ने कहा कि सीएम योगी ने निवेदन किया है कि विधानसभा चुनाव ना लड़कर के लोकसभा का चुनाव लड़िए पार्टी स्वागत करेगी. परमहंस दास ने कहा कि सीएम के निवेदन के बाद उन्होंने अपना विचार बदल दिया. अब वह विधानसभा चुनाव में शिरकत नहीं कर रहे हैं. सीएम योगी की तरफ से लोकसभा का आश्वासन मिला है. उसकी तैयारी करने की बात परमहंस दास कर रहे हैं. संत परमहंस दास का दावा है कि सीएम ने कहा कि आप जो 2022 का विधानसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ना चाहते हैं. वह ना लड़े बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में सांसद पद के लिए उम्मीदवार बनाएगी. परमहंस दास ने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि राष्ट्रवाद के पथ पर बीजेपी लगातार काम करती रहे. बीजेपी की जीत हो. उन्होंने कहा कि हम अपने देश भर में फैले अनुयायियों से भी अपील करेंगे कि बीजेपी को मतदान करें.


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