उत्तर प्रदेश में इन दिनों बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जिसकी वजह से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लेकिन, अब प्रदेश में मानसून कमजोर हो रहा है. यूपी में आज (6 अगस्त) भी बादलों की आवाजाही जारी रहेगी. पश्चिमी यूपी के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के मुताबिक यूपी में अब मानसून की रफ्तार धीमी हो रही है. आज बुधवार को पश्चिमी और पूर्वी दोनों संभागों में अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश का अनुमान है. हालांकि, ज्यादातर जगहों पर कोई खास चेतावनी नहीं दी गई है. प्रदेश के कई जिलों में आज कहीं धूप तो कही बादलों का दौर रहेगा.
10 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट नहीं
प्रदेश में बारिश की वजह से मौसम सुहाना हो गया था. लेकिन, गुरुवार से बारिश में और कमी आएगी, ऐसे में उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करेगी. इस दौरान अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है. न्यूनतम तापमान में फिलहाल कोई खास परिवर्तन नहीं आएगा. प्रदेश में 10 अगस्त तक कहीं भारी बारिश का अलर्ट नहीं है.
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
पश्चिमी यूपी के उत्तरी संभाग में आज सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत में लगभग सभी जगहों पर बारिश होगी. इन जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी गई है.
शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, अमरोहा, गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ़, हापुड़, संभल, कासगंज, बदायूं, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज और कुशीनगर में आज अनेक स्थानों पर बारिश की हल्की बौछारें पड़ सकती हैं. किसी तरह की चेतावनी नहीं है.
यहां एक या दो स्थानों पर बौछारें पड़ने के आसार
मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, औरैया, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, फतेहपुर, कौशांबी, अमेठी, प्रतापगढ़, अयोध्या, प्रयागराज, मीरजापुर, सोनभद्र, संत रविदास नगर, वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, गाज़ीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, संत कबीर नगर, आजमगढ़ और अंबेडकर नगर में आज कुछ जगहों पर बारिश की बौछारें हो सकती हैं.
बारिश की वजह से उत्तर प्रदेश के कई जिले इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं. पिछले एक हफ्ते से गंगा और यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं. सैकड़ों गांवों में पानी भर गया है, जिसकी वजह से उनका मुख्य मार्गों से संपर्क कट गया. लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. प्रशासन की ओर से बाढ़ से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.