द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दुनिया भर के सनातन धर्म से जुड़े लोग अपार आस्था लेकर पहुंचते हैं. दिसंबर 2021 काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के बाद एक नए स्वरूप में लोग इस धाम को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हैं.

 वहीं काशी विश्वनाथ धाम में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की तरफ से एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है जिसमें आज 11 अगस्त से परिसर को प्लास्टिक मुक्त धाम घोषित कर दिया गया है.

 प्लास्टिक सामानों के साथ नहीं मिलेगी विश्वनाथ धाम में एंट्री 

 श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि - श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए न्यास की पूर्व बैठक में परिसर में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने को लेकर फैसला लिया गया था. 

अब सावन माह के बाद 11 अगस्त से इस परिसर को प्लास्टिक मुक्त धाम घोषित कर दिया गया है. इससे पूर्व में भी जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों से सहयोग की अपील की गई थी. प्लास्टिक से संबंधित किसी भी प्रकार के समान पूजन सामग्री के साथ मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं मिल सकेगा.

टोकरी और लोटा देकर लोगों को किया जागरूक 

 वहीं मंदिर प्रशासन के अधिकारीयों की तरफ से फूल माला पूजन सामग्री के विक्रेताओं को इसके संबंध में अवगत कराया गया कि किसी भी प्रकार का प्लास्टिक से बने सामानों के साथ श्रद्धालुओं का अंदर प्रवेश नहीं होगा और इसीलिए परिसर में जागरूकता के उद्देश्य से बांस से बने टोकरी और स्टील का लोटा का भी वितरण किया गया.

 ऐसे में अब 11 अगस्त से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम प्लास्टिक मुक्त धाम घोषित हो चुका है इसलिए किसी भी श्रद्धालुओं को प्लास्टिक से बने कोई भी सामान पूजन सामग्री के साथ प्रवेश नहीं मिल सकेगा. इसके लिए जरूरी तैयारियों के साथ कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. अब काशी में लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.