Lok Sabha Election 2024: यूपी के सुल्तानपुर से सपा ने पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है. वे शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि सुल्तानपुर की जनता को परेशानी है. वहां जनता नेता को खोज रही है. नेता चुने जाने के बाद वहां के नेता दिल्ली चले जाते हैं. वे ऐसे लोगों को खोज रहे हैं, जो उनके बीच में रहकर काम करने वाला नेता आया है. उन्हें चुनाव वहां की जनता जिताएगी. जिस प्रत्याशी का नाम ले रहे हैं, वे जनता के बीच में लोकप्रिय नहीं हैं. ये लोग खोजने पर नहीं मिलते हैं. उनके पास वोट नहीं है. उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष का चेहरा देखकर वहां की जनता वोट करेगी. 


रामभुआल निषाद कहते हैं कि वे असली प्रत्याशी है. उनके विषय में सभी को मालूम है. जनता जानती है कि वे खेत में काम करते हैं. गाय रखते हैं. भैंस रखते हैं. मछली का कारोबार करते हैं. ये बनावटी नहीं है. उन्हें कुछ भी कहेंगे, तो सूट करता है. हेमामालिनी 10 दिन गेहूं काटेंगी, तो हिरोइन जैसी नहीं दिखाई देंगी. दो घंटे खेत में चले जाएंगे ये लोग, तो उनका चेहरा काला पड़ जाएगा और बीमार पड़ जाएंगे.


भाजपा के प्रत्याशी को जनता नहीं करेगी वोट
जो भाजपा कहती हैं, वो करती नहीं है. एक नया नारा मोदी जी की गारंटी है. उनकी गारंटी कुछ नहीं है. भाजपा और वरुण गांधी परिवार के बीच कोई बात था. तभी तो वे सांसद थे अपनी ही पार्टी की बुराई कर रहे थे. ऐसे ही कोई अपने घर की बुराई नहीं करेगा. कोई बात थी, जो अंदर है वो बाहर नहीं आ रही है. वरुण गांधी को भाजपा पसंद नहीं करते हैं, इसलिए पार्टी से टिकट नहीं दिए. साइकिल दौड़ रही है. पहली बार सपा यहां से चुनाव जीतेगी. पीडीए वहां पर मजबूत है. किसी और के पास वोट नहीं है. पीडीए वहां से चुनाव जीतेगी. भाजपा की प्रत्याशी को वहां के लोग वोट नहीं देंगे. 


ओम प्रकाश राजभर को नहीं आना चाहिए राजनीति में
ओम प्रकाश राजभर को तो राजनीति में आना नहीं चाहिए. उनका असली काम तो गेहूं काटना और मछली मारना है. वे राजनीति में आए और अपने लोगों को गुमराह करते हैं. कभी भाजपा से समझौता और कभी अखिलेश यादव को ब्लैकमेल करते हैं. ये उनका धंधा है. उन्‍हें हस उस वक्त से जानते हैं जब वे एक टिकट के लिए मोहताज हुए करते थे. डांट सुनते थे. उस लायक नहीं थे. झूठ बोलकर जनता को विश्वास में ले लिए और उन्हें फायदा मिल गया. सपा के मंच से दो साल पहले मुख्‍यमंत्री को ललकार रहे थे. अभी फिर वहीं गिड़गिड़ा रहे हैं.


 संजय निषाद ने सपा को दिया धोखा
सपा और अखिलेश यादव की देन है कि डा. संजय निषाद की पहचान बनी हुई है. धोखा देना अच्छी बात नहीं है.उन्होंने सपा को धोखा दिया. भाजपा ने भी उन्‍हें धोखा दिया और उन्हें एक भी टिकट नहीं दिया. वो उनके सिंबल से लड़ रहे हैं. सारे कार्यक्रम भाजपा के हैं. भाजपा के मुद्दे अलग हैं. वे अपने मुद्दे पर खरे नहीं उतर रहे हैं. वो जो कर रहे हैं, उसके जिम्‍मेदार वो खुद हैं. अखिलेश यादव ने जो किया है, उनमें कोई दाग नहीं है. उनके सपा मुखिया अखिलेश यादव को लोगों ने धोखा दिया है. उन्होंने किसी को धोखा नहीं दिया है. उन्हें पूरा विश्‍वास है कि वे सुल्तानपुर से जीत दर्ज करेंगे.  


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