उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां शुक्रवार (19 दिसंबर) को चिल्हिया और शोहरतगढ़ रेलखंड पर गौहनिया रेलवे फाटक सुबह 9 बजे गेटमैन ने बंद ही नहीं किया और खुले फाटक से ट्रेन गुजर गयी. गनीमत रही कि वहां से गुजर राहे लोगों ने धैर्य दिखाया और कोई हादसा नहीं हुआ. स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है.

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लोको पायलट को कुछ दूर जाकर एहसास हुआ उसने ट्रेन रोककर फाटक पर शिकायत दर्ज करवाई. इस घटना के बाद रेल महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो ट्रेन की स्पीड से लाल झंडी भी उखड़ गयी थी. फिलहाल इस मामले में अभी तक रेल अधिकारियों का कोई बयान नहीं आया है.

क्या है पूरा घटनाक्रम ?

जानकारी के मुताबिक,गोरखपुर से बहराइच जाने वाली ट्रेन जब सिद्धार्थनगर से निकली तो गेटमैन की  लापरवाही के कारण उस समय फाटक बंद नहीं किया गया और उसी दौरान गोरखपुर-बहराइच स्पेशल ट्रेन (05131) तेज रफ्तार से गुजर गई. इस गंभीर चूक का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा वीडियो सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेन आने से पहले न तो फाटक बंद किया गया और न ही कोई चेतावनी दी गई.

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बड़ी संख्या में दोनों तरफ लोग मौजूद थे

सुबह स्कूल जाने वाले बच्चे, साइकिल सवार, बाइक और पैदल राहगीर फाटक के दोनों और मौजूद थे. ट्रेन की तेज रफ्तार देख लोग घबरा गए और किसी तरह पीछे हटकर अपनी जान बचाई. कई लोग बाल-बाल बच गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जरा-सी भी देर हो जाती या कोई वाहन पटरी पर आ जाता, तो कई जानें जा सकती थीं. यह महज किस्मत थी कि बड़ा हादसा टल गया. ट्रेन की रफ्तार इतनी अधिक थी कि पटरी पर लगी खतरे की लाल झंडी तक उड़ गई. मौके पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई और कुछ देर के लिए यातायात बाधित हो गया.

लोको पायलट ने दिखाई समझदारी

घटना की गंभीरता को देखते हुए ट्रेन के लोको पायलट ने भी तत्काल सूझबूझ दिखाई. उन्होंने ट्रेन को कुछ दूरी पर रोककर रेलवे क्रॉसिंग पर शिकायत दर्ज कराई और उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी. लोको पायलट द्वारा की गई शिकायत से यह स्पष्ट होता है कि खतरा वास्तविक था और लापरवाही अस्वीकार्य है.

चिल्हिया थाना क्षेत्र के जमुनी गांव लोग घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे, उन्होंने बताया कि वे सुबह फाटक के पास मौजूद थे, तभी अचानक ट्रेन आती दिखाई दी. फाटक खुला देखकर लोग इधर-उधर भागने लगे. बच्चों की चीख-पुकार सुनकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए.