UP News: अलीगढ़ में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आए मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन ने समाजवादी पार्टी के आईटी चीफ की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अगर आईटी चीफ ने कोई अभद्र टिप्पणी की थी तो कोर्ट को इसका संज्ञान लेना था. कोई कसूरवार है तो कोर्ट उसको देखता है. मामूली बातों पर समाजवादी पार्टी के लोगों को अरेस्ट किया जा रहा है. उनको जेल भेजा जा रहा है.


सांसद हसन ने कहा  'उनकी बात नहीं सुनी जा रही, तो आखिर प्रजातंत्र कहां है. कोई कुछ कह नहीं सकता कोई अपनी आवाज नहीं उठा सकता. हमारे बुजुर्गों ने मुल्क को आजाद करा कर जो प्रजातंत्र दिया था, बाबा साहब के संविधान ने जो अधिकार दिए थे वह खत्म हो रहे हैं. मुंह पर ताला लगा लो, कानों को बंद कर लो, ना सुनो और ना बोलो वरना जेल जाओगे. अदालत ने क्या कानूनी कार्यवाही  की. कानून तो अदालत देखती है. पुलिस नहीं देखती. पुलिस का काम है कानून व्यवस्था देखें. पुलिस कानून देखने लगेगी तो बर्बाद हो जाएगी.पूरी जनता बर्बाद हो जाएगी.'


एसटी हसन बोले दबाव में काम कर रही है  पुलिस
अखिलेश यादव के चाय ना पीने के सवाल पर एसटी हसन ने कहा  'हमारी पुलिस बहुत दबाव में काम कर रही है. पुलिस वालों से अगर पूछेंगे तो वो भी यही कहते हैं कि हम से वो काम करा रहे हैं. जो हम नहीं चाहते. कौन करा रहा है. तो चाय में क्या मिलाया गया हो कुछ पता है. अखिलेश यादव जी ने चाय नहीं पी वो अच्छा किया.हर जगह की चाय वो नहीं पी सकते हैं.वह देश के नेता हैं उनकी अपनी सुरक्षा है.'


अमित शाह के मंदिर निर्माण की तारीख घोषित करने के बयान पर दी प्रतिक्रिया 
अमित शाह के राम मंदिर निर्माण की तारीख घोषित करने के बयान पर एसटी हसन ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि गृह मंत्रालय को यह नहीं देखना होता कि कब मंदिर बनेगा या कब मस्जिद बनेगी. गृह मंत्रालय धर्मों में नहीं बंटा हुआ है. उसका काम है लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करना. अमित शाह ने कहा है तो आपको मालूम ही है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को यह कितने वर्षों से इस्तेमाल कर रहे हैं. 20 से 25 साल हो गए उनको इस्तेमाल करते हुए और फायदा उठाते हुए. उनके आदर्शों पर चलने की बात तो करते हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं करते हैं. 2024 का  चुनाव आ रहा है. आपको भी पता है कि उनका मकसद क्या है. मकसद यही है कि कैसे हिंदू मुसलमान करके वोटों का ध्रुवीकरण किया जाए. जबकि मंदिर बनने से किसी मुसलमान को कोई आपत्ति नहीं है .


मोहन भागवत के प्रेशर ग्रुप वाले बयान पर भी दी प्रतिक्रिया
आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत के प्रेशर ग्रुप वाले बयान पर भी एसटी हसन ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि आर एस एस का इतिहास क्या है. आर एस एस ने हमेशा उस तहजीब को जो प्यार की थी, गंगा जमुना तहजीब थी. हिंदू मुस्लिम के बीच एक दूसरे के काम आने का जज्बा था. उनके बीच नफरत के बीज बो दिए.आने वाली जनरेशन को उल्टा सबक पढ़ाया है. इतिहास को नष्ट करके बताया है. मुसलमानों को इमेज बहुत खराब करने की कोशिश की गई है.वो नफरत वाली बातें करते हैं.


सांसद हसन ने कहा कि उनके जितने भी प्रशिक्षण होते हैं उसमें लाठी-डंडों का क्या काम है.वो एयरगन्स का क्यों निशाना लगाते हैं. बंदूक क्यों सिखाते हैं. कौन है दुश्मन उनका, हमारे दुश्मनों के लिए तो हमारी फौज पैरामिलिट्री फोर्स ही काफी है. उनको अपना आचरण बदलना चाहिए. देश के अंदर एक अच्छा मोहब्बत का माहौल बनाना चाहिए. ना हिंदू मुसलमान को खत्म कर सकते हैं, ना मुसलमान हिंदू को खत्म कर सकता है.फिर क्यों नहीं एक दूसरे को प्यार से जीने देते. उन्होंने कहा कि नफरत है बंद होनी चाहिए.


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