संगम नगरी प्रयागराज में बारिश और बाढ़ के बाद अब संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में डेंगू और मलेरिया के मामले सामने आ रहे हैं. जिले में इस साल अब तक 15 डेंगू के केस रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ने पर जिले के तेज बहादुर सप्रु अस्पताल की चिकित्सक ने जानकारी दी है.
जबकि पिछले साल इसी अवधि तक 23 मरीज मिले थे. अप्रैल महीने में डेंगू से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है. फिलहाल अस्पतालों में संक्रामक बीमारियों को देखते हुए कमर कस ली है. वहीं मरीजों के बेहतर इलाज के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. वहीं शहर में डेंगू और मलेरिया के मरीजों के लिए अस्पतालों में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है.
क्या बोलीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक?
तेज बहादुर सप्रू बेली अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भावना शर्मा के मुताबिक जुलाई महीने में 4 और अगस्त में अब तक 2 डेंगू मरीज भर्ती होकर स्वस्थ भी हो चुके हैं. उनका दावा है कि अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं.
अस्पताल में 25 बेड का डेडीकेटेड डेंगू वार्ड बनाया गया है. हर बेड पर मच्छरदानी लगाई गई है. साथ ही प्लेटलेट्स, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य जरूरी उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं. वायरल बुखार के मरीजों को भी एहतियातन मच्छरदानी वाले बेड पर भर्ती किया जा रहा है.
डेंगू के मरीजों के लिए अलग बेड की व्यवस्था
डॉ. भावना शर्मा के मुताबिक जिले के सभी 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 5-5 बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं. जबकि बेली अस्पताल, काल्विन, डफरिन महिला अस्पताल और एसआरएन मेडिकल कॉलेज में भी 25-25 बेड अलग से डेंगू मरीजों के लिए रखे गए हैं.
हालांकि उनका कहना है कि इस बार बाढ़ के बाद भी लगातार चलाए जा रहे अभियान की वजह से मरीजों की संख्या में कमी आई है. डायरिया के केस घटे हैं, लेकिन वायरल बुखार, खांसी और जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी है.