यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने सोमवार 1 सितंबर को गोरखपुर के एनेक्सी भवन सभागार में सुभासपा की मंडलीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने सुभासपा कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर काम करते हुए पार्टी को मजबूत बनाने की बात कही. ओमप्रकाश राजभर ने उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज करते हुए कहा कि अभी यूपी से नेता बिहार गए हैं. मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनाव था. वहां उन्होंने भाषण दिया कि कांग्रेस बहुत चालू पार्टी है.

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 राजभर ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्‍होंने मध्‍य प्रदेश में कहा कि कांग्रेस को वोट मत देना. यह लोग हमको धोखा दिए, तो आपको धोखा देते देर नहीं लगेगी. उन्होंने कहा कि यह बात अखिलेश ने मध्य प्रदेश के चुनाव में कहा और जब यूपी के मुसलमान ने कहा कि आप भाजपा की सरकार बनाने मध्य प्रदेश गए थे. तब इन्होंने बयान दिया कि कांग्रेस, बीजेपी की 'बी' टीम है. अब यह 'बी' टीम में शामिल हो गए हैं. अब यह लोग भाजपा को जिताने के लिए एनडीए गठबंधन की सरकार बनाने के लिए सब लोग लामबंद होकर लड़ रहे हैं.

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि 60 साल तक कांग्रेस ने शासन किया. आप बताइए आपने इनको कितना लाभ दिया. आप तीन लोग हैं. अभी चारा घोटाले में जब लालू जी को जेल हुई. तेजस्वी और लालू सभी लोगों ने कहा कि जिन लोगों ने चोरी किया उनको बरी कर दिया और कांग्रेस ने हमको फंसाया. हम पिछड़ी जाति के लोग हैं, इसलिए हमको फंसाया और कांग्रेस को पानी पी-पीकर कोसते थे. आज उसी कांग्रेस के रथ पर सवार हो गए हैं.

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संजय निषाद पर क्या बोले राजभर?

डॉ. संजय निषाद द्वारा गठबंधन तोड़ने की बात पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह एक बड़े नेता हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हैं. उनके बिरादरी के कुछ नेता हैं, जो उनकी बढ़ती हुई लोकप्रियता से परेशान हैं. मैं नाम नहीं ले रहा हूं, लेकिन कुछ नेता हैं, उनको रास नहीं आ रहे हैं. वह लोग डॉ. संजय निषाद के खिलाफ बोलते रहते हैं. इस बात को लेकर डॉ. संजय निषाद ने कहा है. 

आरक्षण की बात को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि 1993 से सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है. 27 प्रतिशत आरक्षण को बांटकर सभी लोगों को मिले. पिछड़ी जाति के जितने लोग हैं. 2001 में राजनाथ सिंह जी ने हुकुम सिंह के नेतृत्व में सामाजिक न्याय समिति बनाई. समिति की रिपोर्ट आई तब तक सरकार चली गई. 19 साल लगातार सपा-बसपा की सरकार थी. इन लोगों ने ध्यान नहीं दिया. जब 2017 में सरकार बनी मैं भी सरकार में शामिल हुआ. इसी बात को लेकर शामिल हुआ था कि 27 परसेंट आरक्षण को बांट दिया जाए.

आरक्षण पर भी बोले राजभर

राजभर ने कहा कि सदन में छह बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस बात को कहा कि हम बाटेंगे, फिर यह हुआ की रिपोर्ट पुरानी है, इस पर समीक्षा कर लिया जाए. हाईकोर्ट के पूर्व रिटायर्ड जज राघवेंद्र सिंह के नेतृत्व में कमेटी बनी. कमेटी ने समीक्षा करके दे दिया और कहा कि इसको लागू कर दिया जाए. हम दबाव बनाए कि लागू हो जाए. लागू नहीं हुआ, तो हम सरकार को छोड़कर चले आए. फिर देश में रोहणी आयोग का गठन हुआ. रिपोर्ट आई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में पांच सदस्य टीम बनी.

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राजभर ने कहा कि उसकी भी समीक्षा हुई. अब वह रिपोर्ट लागू होने की स्थिति में है कि 27 प्रतिशत आरक्षण...10 प्रतिशत सामान्य वर्ग, 22.50 प्रतिशत अनुसूचित जाति, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोटे में कोटा, अब वे लागू होने की तैयारी हो रही है. कुछ साथी SC और कुछ ST की मांग करते हैं. वह अपनी लड़ाई लड़ते रहे. मांग करते रहें, लेकिन जो आरक्षण है, उसको लेने की भी तैयारी करते रहें. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि डॉ. संजय निषाद के गठबंधन तोड़ने के बयान पर कहा हम लोग गठबंधन में हैं. ऑल इज वेल. चैनलों पर चलने के लिए नेता लोग समय-समय पर कुछ बोलते रहते हैं.