tiq Ahmed News: भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश ने माफिया अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी पर बड़ा खुलासा किया है. मंगलवार को ही बीजेपी में शामिल हुए पूर्व IPS प्रेम प्रकाश ने ABP न्यूज से कहा कि मुख्तार को लाते समय लोगों को अंदेशा था कि गाड़ी पलटेगी लेकिन, हम कभी भी उसके हिस्सेदार नहीं बने मेरा मानना है कि कानून के मुताबिक ही काम होना चाहिए.


पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश की छवि सख्त और कड़क अफसरों में होती थी. उनसे सिर्फ माफिया और अपराधी ही नहीं कई पुलिसकर्मी भी डरते थे. मुख्तार अंसारी को जब पंजाब की रोपण जेल से लाया गया था तब आईपीएस अधिकारी रहे प्रेम प्रकाश को ही मुख्तार को कड़ी सुरक्षा में यूपी लाने की जिम्मेदारी दी गई थी.  
 
एबीपी से बात करते हुए पूर्व आईपीएस ने दावा किया कि सपा सरकार के कार्यकाल में अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के घर से डीएम और एसपी के नाम तय होते थे. उन्होंने कहा कि मैंने मुख्तार और अतीक अहमद दोनों माफियाओं पर काम किया था.


अतीक अहमद की हत्या पर कही ये बात


माफिया अतीक अहमद की हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व अधिकारी ने कहा कि जिन्होंने जो कर्म किया है उन्हें उसका फल मिलेगा. जिसने गोली चलाई है, उस पर गोली चलती है कभी न कभी. ये बदमाशों की लड़ाई थी. जो पीड़ित थे उन्होंने अपना बदला चुकाया. मुख़्तार अंसारी को जब पंजाब से रोपण जेल लाया जा रहा था, तो सुरक्षाबलों की कई गाड़ियों के साथ मीडिया की भी गाड़ियां इस काफिले में लगातार पीछे चल रही थी. 


पूर्व आईपीएस अधिकारी बसपा सुप्रीमो मायावती के भी करीबी अफसरों में रहे हैं. उनके बीजेपी में आने से पार्टी के बसपा के वोटबैंक में सेंध लगाने में मदद मिलेगी. प्रेम प्रकाश दलित समाज से आते हैं. ऐसे में उन्हें बीजेपी में शामिल कराने की कवायद के भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा हैं. 


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