वाराणसी के न्यायालय परिसर में दरोगा पिटाई मामले के बाद वकील और पुलिस के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच शुक्रवार, 19 सितंबर को वाराणसी न्यायालय परिसर में सेंट्रल बार और बनारस बार एसोसिएशन की बैठक में फैसला लिया गया है कि कल वाराणसी के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे. इसके अलावा यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर उनकी मांग को नहीं माना गया तो वह अनिश्चितकालीन धरने पर जा सकते हैं.

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बैठक में लिया गया फैसला

मंगलवार को वाराणसी न्यायालय परिसर में एक दरोगा समेत दो पुलिसकर्मी की वकीलों ने जमकर पिटाई कर दी. दरअसल वाराणसी के अधिवक्ता बीते दिनों से पुलिस प्रशासन के रवैया से बेहद गुस्से में थे. इसके बाद दरोगा पिटाई मामले को लेकर वाराणसी पुलिस प्रशासन द्वारा 10 नामजद व 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं गुरुवार के दिन एक बार फिर वाराणसी में वकीलों और पुलिस के बीच जोरदार बहस देखने को मिली. इसके बाद वाराणसी न्यायालय परिसर में सेंट्रल बार और बनारस बार एसोसिएशन के पदाधिकारी ने फैसला लिया है कि कल वह हड़ताल पर रहेंगे.

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वकीलों से संयम के साथ पेश आए पुलिस

 इस हड़ताल को लेकर वाराणसी के वकीलों ने अलग-अलग विषय रखा है. जिसमें उनके साथ संयम व्यवहार और पुलिस प्रशासन द्वारा मनमाने रवैया को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया गया है. फिलहाल वाराणसी के वकीलों का कहना है कि अगर इस विषय पर विचार नहीं किया जाता है तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.