लखनऊ: उत्तर प्रदेश में यातायात के नियमों का सही ढंग से पालन हो. लोग सड़कों पर सुरक्षित सफर कर सकें इसके लिए राज्य की पुलिस ने एक नायाब तरीका ढूंढ़ा है. वह पुरानी लोकप्रिय फिल्मों का सहारा ले रही है. फिल्मों के वीडियो क्लिप और चित्र यूपी पुलिस के ऑफिशियल सोशल मीडिया अकांउट पर दर्शाए जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर शहरुख खान और काजोल की 1995 में रिलीज हुई फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' (डीडीएलजी) के एक सीन को पोस्ट कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है. सिमरन और राज ने क्या गलती की थी.


लोगों की जागरूकता के लिए डीडीएलजी का वह सीन ट्वीट किया है जिसमें सिमरन (काजोल) अपने पिता अमरीश पुरी से मोहब्बत की भीख मांगती है और जिसके बाद उसके पिता उसे उसकी जिंदगी जीने के लिए फ्री कर देता है. हाथ छोड़ते हुए कहता है जा जी ले अपनी जिंदगी. उसके बाद ट्रेन में राज (शाहरुख खान) होते हैं जिसके चलते चलती ट्रेन में सवार होने के लिए काजोल दौड़ पड़ती हैं. राज उसे हाथ बढ़ाकर ट्रेन के भीतर खींच लेता है. इसके आगे इस वीडियो का संदेश साफ है. जिंदगी जीने के लिए सिमरन का जिंदा रहना जरूरी है. चलती ट्रेन में चढ़ना जानलेवा हो सकता है.


 





यूपी पुलिस इस प्रकार के ट्विटर और फेसबुक में क्लिप और फिल्मी पोस्टर पोस्ट कर लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही है. इससे पहले भी यूपी पुलिस ने कोरोना के प्रति जागरूकता के लिए शोले का वह सीन ट्वीट किया था जिसमें गब्बर सिंह खुले में थूकता है और फिर इंस्पेक्टर ठाकुर बलदेव सिंह से बचकर भागने का प्रयास करता है. घोड़े पर सवार इंस्पेक्टर बलदेव सिंह भाग रहे गब्बर का पीछा कर उसे दबोच लेते हैं. संदेश साफ है कि खुले में थूकना अपराध है और पुलिस कार्रवाई के लिए तत्पर है.


इसी के साथ पुलिस ने लोगों से सार्वजनिक स्थान पर न थूकने की सीधी अपील की है. इस ट्वीट की टैग लाइन भी बेहद दिलचस्प है- गब्बर को मिली किस बात की सजा. यूपी पुलिस के इस ट्वीट को सर्वाधिक लोकप्रियता भी हासिल हुई थी. कहीं पेपर और डीएल के साथ हेलमेट लगाकर तो कहीं 'देन वी आर सेफ' कैप्शन के साथ जब वी मेट फिल्म के नायक और नायिका का हेलमेट वाला चित्र भी खूब सुर्खियां बटोर रहा है.


सोशल मीडिया पर इसे लेकर खूब टिप्पणियां भी आ रही है. कुछ लोगों ने इसे मजाकिया ढंग से लिया है तो किसी ने इसे खूब सराहा है. उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा, "यूपी पुलिस के सोशल मीडिया सेल के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसमें सोशल विषयों को चुनकर ऐसी चीज प्रसारित की जाती है. जिसे लोग फॉलो करें. हम लोग जनरल चीजों के अलावा ऐसी फिल्मों या अन्य चीजों के कैंची सीन डालते हैं जो लोगों के दिमाग पर पर अपनी जगह बनाए. लोग इसे काफी पंसद भी करते है. इस आने वाले अच्छे सुझावों पर हम अमल भी करते हैं."


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