उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों में आउटसोर्स के जरिए भर्ती को लेकर यूपी आउटसोर्स सेवा निगम के गठन के आदेश जारी कर दिए गए हैं. जिसके बाद आउटसोर्स कर्मियों की भर्ती अब निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ हो सकेगी. सरकार ने आउटसोर्स की भर्तियों के लिए चार श्रेणियां बनाई हैं. जिनके लिए अलग-अलग वेतनमान निर्धारित किया गया है. 

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यूपी के सरकारी विभागों में आउटसोर्स कार्मिकों को श्रेणी एक, श्रेणी दो, श्रेणी तीन और श्रेणी चार में विभाजित किया गया है. इन कर्मचारियों ने न्यूनतम 20 हजार रुपये से 40 हज़ार रुपये तक का मानदेय मिलेगा. इसके साथ ही कर्मचारी भविष्य निधि और कर्मचारी राज्य बीमा आदि का लाभ दिया जाएगा. 

आउटसोर्स सेवा निगम के गठन के बाद आउटसोर्स के कर्मचारियों के शोषण पर रोक लगेगी. कर्मचारियों की भर्ती लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के ज़रिए होगी. हालांकि ग्रेड 3 और ग्रेड चार के लिए भर्ती सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर होगी. इसके लिए कोई इंटरव्यू नहीं होगा.

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आउटसोर्स कार्मिकों को इन चार श्रेणियों में बांटा

- पहली श्रेणी में डॉक्टर, इंजीनियर, लेक्चरर, प्रोजेक्ट आफिसर, एकाउंट आफिसर, असिस्टेंट आर्किटेक्ट और रिसर्च आफिसर जैसे पद है. इनके लिए  शैक्षणिक योग्यताओं में डॉक्टर के लिए एमबीबीएस, असिस्टेंट इंजीनियर के लिए बी-टेक, लेक्चरर के लिए परास्नातक डिग्री निर्धारित की गई है. इनके लिए 40 हज़ार का वेतनमान तय किया गया है.  

- श्रेणी दो में जूनियर इंजीनियर, स्टाफ नर्स समेत अन्य पदों को शामिल किया गया है. इसके लिए जरूरी शैक्षिक योग्यता निर्धारित की गई हैं. दो श्रेणी के कार्मिकों को 25 हजार रुपये वेतन दिया जाएगा. 

- तीसरी श्रेणी में ऑपरेटर, पैरामेडिकल, जूनियर असिस्टेंट, जूनियर स्टेनोग्राफर, टाइपिस्ट, टेलीफोन आपरेटर, स्टोर कीपर, फोटोग्राफर, डाटा एंट्री आपरेटर, लाइब्रेरियन जैसे पद हैं. इनके लिए अधिकतम वेतनमान 22 हज़ार होगा. 

चौथी श्रेणी में कक्षा आठ से 10वीं पास अभ्यार्थियों को शामिल किया गया है. इनमें ऑफिस सहायक, लिफ्ट आपरेटर, लैब अटेंडेंट, रिकॉर्ड असिस्टेंट, अर्दली, अनुसेवक, स्टोर सहायक, नाई, मोची, राजमिस्त्री, मेट, निर्माण सहायक, लोहार, बढ़ई, क्रेन आपरेटर, पेंटर, धोबी, नाविक, क्लीनर, कुली, चौकीदार, माली जैसे पद हैं. इन्हें 20 हज़ार तक वेतन मिलेगा.  

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