UP Nagar Nikay Chunav Result 2023: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव की जीत की खुशी के बीच बीजेपी को आत्ममंथन की जरूरत है. डेढ़ दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव की राह आसान नहीं रहने वाली है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र की एक नगर पालिका परिषद में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. 9 में से 5 नगर पंचायत की सीटें जीतकर बीजेपी को संतोष करना पड़ा.


बीजेपी के लिए निकाय चुनाव जीत की खुशी हुई 'धुंधली'


केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के मुजफ्फरनगर जिले की आठ नगर पंचायतों में से बीजेपी को एक सीट पर भी जीत नहीं मिली. दो नगरपालिका में से सिर्फ एक मुजफ्फरनगर सीट ही बीजेपी जीत पाई. केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी के निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े महाराजगंज जिले की आठ में तीन नगर पंचायतें बीजेपी जीत पाई. दोनों नगर पालिका परिषद में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. राजबीर सिंह के निर्वाचन क्षेत्र से एटा जिले की 6 में से सिर्फ एक अवागढ़ नगर पंचायत सीट पर बीजेपी को जीत मिली.


चार नगर पालिका में से दो पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. मेरठ सांसद राजेंद्र अग्रवाल के क्षेत्र की हापुड़ सदर नगर पालिका सीट पर बसपा ने जीत हासिल की. सांसद जगदंबिका पाल के संसदीय क्षेत्र सिद्धार्थनगर जिले की 11 नगर निकायों में नगर पालिका परिषद बांसी, नगर पंचायत कपिलवस्तु, डुमरियागंज, सूरतगढ़ और बढ़नी में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी सांसद साक्षी महाराज के निर्वाचन क्षेत्र उन्नाव में 16 में से सिर्फ तीन नगर पंचायत और तीन नगर पालिका परिषद में से एक उन्नाव सीट पर बीजेपी को जीत मिली.


लोकसभा चुनाव जीतने के लिए राह में हैं कई चुनौतियां


सांसद प्रवीण निषाद के क्षेत्र की खलीलाबाद नगर पालिका परिषद और मगहर नगर पंचायत में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. सांसद सत्यपाल सिंह के निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े बागपत जिले की सभी छह नगर पंचायत सीट बीजेपी हार गई. तीन नगर पालिका परिषद में से सिर्फ एक खेकड़ा में बीजेपी ने जीत दर्ज की. सांसद रामशंकर कठेरिया के निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े इटावा में तीन नगर पालिका परिषद और तीन नगर पंचायतों में एक सीट भी बीजेपी नहीं जीत सकी. बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत के निर्वाचन क्षेत्र फर्रुखाबाद में 5 नगर पंचायत बीजेपी हार गई और सिर्फ दो सीट पर कमल खिल सका.


इसके अलावा दोनों नगर पालिका परिषद में भी बीजेपी को शिकस्त का सामना करना पड़ा. बीजेपी सांसद और भोजपुरी गायक दिनेश लाल उर्फ निरहुआ के संसदीय क्षेत्र से जुड़े आजमगढ़ जिले की तीनों नगर पालिका में बीजेपी को पराजय मिली. जबकि 13 नगर पंचायत में से सिर्फ एक सीट बीजेपी ने जीती. मिश्रिख लोकसभा सीट से सांसद अशोक रावत की बिल्हौर नगर पालिका में निर्दलीय प्रत्याशी इकलाख खान ने जीत दर्ज की. अकबरपुर से सांसद देवेंद्र सिंह भोले के क्षेत्र की घाटमपुर नगर पालिका परिषद सीट पर एआईएमआईएम की गजाला तबस्सुम को जीत मिली.


बीजेपी प्रत्याशी चौथे स्थान पर रही. बुलंदशहर लोकसभा सांसद डॉ भोला सिंह के क्षेत्र की स्याना, बीबी नगर और खानपुर निकाय पर बीजेपी प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा. निकाय चुनाव के नतीजों पर सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि हमारी बहुत बड़ी जीत है. प्रदेश की कुल 17 नगर निगम मेयर सीट हम जीत चुके हैं. बड़ी संख्या में नगर पालिका, नगर पंचायत अध्यक्ष पदों पर भी जीत दर्ज की. हार के पीछे कोई एक कारण या एक व्यक्ति नहीं होता.


किसी तरह की शिकायत या नाराजगी को संगठन ध्यान में रखेगा. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, सांसदों, विधायकों ने अच्छा काम किया है. उनकी मेहनत के कारण चुनाव में बीजेपी को जीत मिली है. गड़बड़ी की बात को पार्टी के शीर्ष पदाधिकारी देखेंगे. बीजेपी एमएलसी और प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक ने कहा कि हर चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण है. सभी चुनाव बीजेपी को जीतना चाहिए.


चुनाव परिणाम आने के बाद स्वाभाविक रूप से कमजोरी को ठीक करेंगे. नतीजों को और बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे. क्षेत्रवार बैठक में कमी पर मंथन किया जाएगा. बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में 80 सीटें जीतने के लिए काम कर रही है. बता दें कि बीजेपी के खाते में सभी नगर निगम मेयर का पद गया है. इसके अलावा 91 नगर पालिका परिषद और 191 नगर पंचायतों में भी पार्टी ने जीत दर्ज की है.


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