UP Nagar Nikay Chunav 2023 Date: निकाय चुनाव के पहले चरण में बीजेपी (BJP) के 10 मेयर उम्मीदवारों में से नौ के टिकट कट गए हैं, जिसे लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने एबीपी गंगा से बात की. उन्होंने कहा कि कई जगह सीटों का रिजर्वेशन बदला है इसलिए टिकट बदलने पड़े, इसके अलावा पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को भी मौका देना था. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी जल्द ही दूसरे चरण के प्रत्याशियों का भी एलान कर देगी. वहीं सपा-रालोद गठबंधन में दरार पर उन्होंने कहा कि ये सीजनल लोग हैं केवल चुनाव के समय साथ आते हैं. 

भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि इस बार आरक्षण की वजह से कई परिवर्तन हुए हैं. पिछली बार के मुकाबले इस बार मथुरा, झांसी, आगरा सीट आरक्षण की वजह से बदल गई. हमारे कार्यकर्ता हमारे संगठन को आगे बढ़ाने का काम करते है इसलिए पार्टी ने फैसला लिया कि कार्यकर्ताओं को अवसर दिया जाए. नए कार्यकर्ताओं को अवसर देने के लिए यह सूची आई है. नगर निगम, नगर पालिका में नगर पंचायत में सभी ने बहुत अच्छा किया, लेकिन कुछ नए लोगों को अवसर देना है. 

जल्द जारी होगी उम्मीदवारों की दूसरी लिस्टबीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा हमारे यहां लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. उस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बिल्कुल नीचे से चयन प्रक्रिया है. वहां से नाम फिल्टर होते-होते राज्य तक आते हैं और इस बार तो हमारे मेयर की सूची केंद्र तक गई. इस प्रक्रिया में हर विषय पर चर्चा होती है. समय लगता है मुझे लगता है 24 तारीख तक अंतिम तिथि है. नामांकन की उससे पहले पहले सात नगर निगम, 99 नगर पालिका और नगर पंचायत उसके सभी सभासदों एक बड़ी संख्या है. 14000 से ज्यादा वार्ड है. नगरीय चुनाव की दृष्टि से सबसे बड़ा चुनाव है. इसमें उत्तर प्रदेश की एक तिहाई आबादी शामिल है. 

सपा-आरएलडी गठबंधन में मची रार परसपा आरएलडी गठबंधन में मची रार भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि ये लोग कंफ्यूज हैं और हमारी भाषा में पश्चिम में सीजनल लोग कहे जाते हैं. सीजन जब चुनाव का आता है उनकी सक्रियता गतिविधि गठबंधन मित्रता दोस्ती वह सब करते हैं और बाद में तलाक हो जाता हैं. सपा का इतिहास है कि ये चुनावी गठबंधन करते हैं. प्रदेश की जनता सब जानती है. सपा-बसपा का गठबंधन हो गया. सपा-लोकदल का गठबंधन, सपा-कांग्रेस का भी हो गया, लेकिन इनके गठबंधन का इतिहास कैसा है सब जानते हैं. 

स्वार सीट पर उपचुनाव पर दावा2022 में 18 सीटें अपना दल को दी गई थी. दोनों सीटें उसमें शामिल हैं. स्वार की सीट अपना दल 2022 में हार गई थी. अब्दुल्लाह आजम जीते न्यायालय के द्वारा उन्हें अयोग्य घोषित करने के बाद वह सीट खाली हुई. अपना दल का यह कहना है कि उनके कोटे की सीटे वह उसके लिए आग्रह कर रहे थे हम लोग भी इस पर सहमत है. मिलजुल कर गठबंधन के साथ लड़ेंगे पूरी तैयारी के साथ लड़ेंगे. एनडीए का जो गठबंधन है गठबंधन के दोनों प्रत्याशी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. हम सरकार के काम लेकर स्वार की जनता के बीच जाएंगे. 

क्या बीजेपी के बागी बढ़ाएंगे मुश्किलबीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी एक परिवार की तरह चलने वाला संगठन है. सब लोगों ने पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के विकास यात्रा में अपना बड़ा योगदान दिया है. जहां तक चुनाव की बात है तो उसके लिए निर्धारित सीटें, निर्धारित वार्ड, निर्धारित मेयर, निर्धारित अध्यक्ष हैं. सीट की निश्चित संख्या है उसमें चयन करना हमारे सामने एक बड़ी चुनौती रहती है, लेकिन एक परिवार की तरह हम विचार कर रहे हैं. 

ये भी पढ़ें- Watch: प्रयागराज में बमबाजी की घटना से हड़कंप, गली में उड़ता दिखा धुआं, सामने आया वीडियो