उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध के बाद भी केंद्र सरकार ने सीनियर आईएएस और मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आञ्जनेय कुमार सिंह की यूपी में प्रतिनियुक्ति अभी नहीं बढ़ाई है. 14 अगस्त को प्रतिनियुक्ति की अवधि समाप्त होने पर मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह अपना कार्यभार डीएम मुरादाबाद अनुज सिंह को सौंप कर लम्बी छुट्टी पर चले गए हैं.
माना जा रहा था की पूर्व की भांति इस वर्ष भी आञ्जनेय कुमार सिंह की प्रतिनियुक्ति एक साल और बढ़ा दी जाएगी लेकिन पांच दिन बाद भी उनकी प्रतिनियुक्ति बढ़ाये जाने का कोई पत्र केंद्र सरकार से नहीं आया है जिसके बाद अटकलें लगाई जा रही हैं की आञ्जनेय कुमार सिंह अब वापस सिक्किम चले जायेंगे.
आञ्जनेय कुमार सिंह सिक्किम कैडर के 2005 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और 2015 में अखिलेश यादव की सरकार के समय वह उत्तर प्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर आए थे. रामपुर में डीएम रहते हुए पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ सख्त कार्रवाई से वे सुर्खियों में आए. आजम खान और सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार मुरादाबाद के कमिश्नर को हर चुनाव से पहले हटाने की मांग करते रहे हैं लेकिन सरकार उनकी प्रतिनियुक्ति बढ़ाती रही है.
आञ्जनेय कुमार सिंह सिक्किम वापस जा सकते हैं?
साल 2019 में रामपुर के जिला अधिकारी रहते हुए सपा नेता आजम खान पर कार्यवाही को लेकर वह सुर्खियों में आये और उसके बाद से लगातार उनका यूपी में कार्यकाल बढ़ता रहा है. मार्च 2021 में प्रमोशन देकर उन्हें मुरादाबाद मंडल का मंडल आयुक्त बनाया गया तब से वह मुरादाबाद के कमिश्नर बने रहे. लेकिन 14 अगस्त को आञ्जनेय कुमार का यूपी में कार्यकाल समाप्त हो गया था और वह जिला अधिकारी मुरादाबाद को चार्ज देकर छुट्टी पर चले गए हैं.
अब एक बार फिर यूपी में उनका एक साल के लिए कार्यकाल केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाये जाने की उम्मीद जताई जा रही थी लेकिन अभी तक केंद्र सरकार से प्रतिनियुक्ति बढ़ाये जाने का कोई आदेश जारी नहीं हुआ है जिस से कयास लगाये जा रहे हैं की आञ्जनेय कुमार सिंह सिक्किम वापस जा सकते हैं. अब देखना यह होगा की यूपी सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार से आई ए एस अधिकारी आञ्जनेय कुमार सिंह को यूपी में प्रतिनियुक्ति का सेवा विस्तार मिलता है या नहीं.