लखनऊ: भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)के 1995 बैच के अधिकारी संजय प्रसाद को बुधवार को गृह विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया था. उन्होंने अवनीश कुमार अवस्थी का स्थान लिया है, जो बुधवार को रिटायर हो गए. प्रसाद इस समय मुख्यमंत्री और सूचना विभाग के प्रमुख सचिव का कामकाज भी संभाल रहे हैं.उन्हें  गृह विभाग के प्रमुख सचिव का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है.उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में हुए इस बदलाव के बाद प्रमुख सचिव गृह से सीनियर सात आईपीएस अधिकारी अब उनके मातहत हो गए हैं. 

संजय प्रसाद से सीनियर कौन-कौन हैं

उत्तर प्रदेश के पांच जोनों के एडीजी और दो शहरों के पुलिस आयुक्त प्रमुख सचिव गृह बनाए गए संजय प्रसाद से सीनियर हैं. संजय प्रसाद और डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान के बैच में सात साल का अंतर है.डीजीपी चौहान 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इनके अलावा एडीजी कानून-व्यवस्था का संभाल रहे प्रशांत कुमार  1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. 

वहीं आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण 1991 बैच, लखनऊ जोन के एडीजी बृजभूषण 1992 बैच, मेरठ के एडीजी राजीव सब्बरवाल और प्रयागराज के एडीजी प्रेम प्रकाश 1993 बैच और गोरखपुर के एडीजी अखिल कुमार 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इस तरह ये सभी आईपीएस अधिकारी संजय प्रसाद से सीनियर हैं. वहीं कानपुर के पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड 1991 बैच और लखनऊ के पुलिस आयुक्त एसबी शिरोडकर 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. अब इन अधिकारियों को संजय प्रसाद के मातहत काम करना होगा. 

सीएम के करीबी अधिकारी के रूप में है पहचान

संजय प्रसाद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी अधिकारी माना जाता है.वो 1999 और 2001 के बीच गोरखपुर में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे.गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जिला है. जिलाधिकारी के रूप में उनकी पहली नियुक्ति लखीमपुर खीरी जिले में हुई थी. वो वहां करीब तीन महीने तक तैनात रहे थे. वो महाराजगंज, अयोध्या, फैजाबाद, आगरा, बहराइच, गाजीपुर और प्रयागराज के डीएम के रूप में भी काम कर चुके हैं. 

ये भी पढ़ें

Shrikant Tyagi Case: श्रीकांत त्यागी मामले में अखिलेश यादव के फैसले पर उठे सवाल, सपा को लगा झटका, इस नेता ने छोड़ी पार्टी

UP Education News: यूपी के सरकारी स्कूलों में अब तक नहीं मिली किताबें, 1 करोड़ 92 लाख छात्रों का भविष्य अधर में अटका