Covid 19 Booster Dose: कोविड 19 की बूस्टर डोज (Booster Dose) लगवाने के लिए लोगों को लगातार जागरुक किया जा रहा है. यूपी के गाजीपुर (Ghazipur) की बात करें तो यहां पर करीब 22 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगाया जाना है. जिसे लेकर समस्त ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (Community Health Center) अपना-अपना टारगेट पूरा करने में लगे हुए हैं. लेकिन इस टारगेट को पूरा करने के चक्कर में फर्जीवाड़े का भी खेल खेला जा रहा है. जिसकी कई शिकायतें सामने आ रही है. इन्ही शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए उपजिलाधिकारी (SDM Harshita Tiwari) यहां के ट्रामा सेंटर पहुंची, जहां उन्हें भारी अनियमितता देखने को मिली. 

कोविड 19 की बूस्टर डोज में फर्जीवाड़ा
दरअसल मोहम्मदाबाद के उप जिलाधिकारी हर्षिता तिवारी को पिछले कई दिनों से फेक बूस्टर डोज लगाए जाने की जानकारी मिल रही थी. जिसमें लोगों के मोबाइल पर बूस्टर डोज लगाए जाने का मैसेज मिल रहा था जबकि हकीकत में उन लोगों ने कोई बूस्टर डोज नहीं लगाया है. इस जानकारी को मिलने के बाद उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी यहां के ट्रामा सेंटर पर पहुंची, जहां पर कर्मियों के द्वारा टीकाकरण किया जा रहा था. इस दौरान जब उन्होंने अस्पताल का रिकॉर्ड खंगाला तो उसमें काफी अनियमितताएं देखने को मिली. इसमें 40 लोगों को टीकाकरण से आच्छादित किया जाना होता है लेकिन इन लोगों के रिकॉर्ड में कुल 46 लोगों का नाम दर्ज था जिन्हें इन लोगों के द्वारा टीकाकरण किया जा चुका था. 


कर्मचारियों के पास आईडी भी नहीं थे


इतना ही नहीं यहां पर जितने भी कर्मचारी मौजूद थे उन सभी के पास कोई भी अपना आई कार्ड नहीं था जिससे यह पता लगाया जा सके कि वह सरकारी कर्मचारी हैं या फिर कोई और. इस दौरान उपजिलाधिकारी ने पाया कि ट्रामा सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुहम्मदाबाद से संबंधित कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं रहा. जिसके बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहमदाबाद के अधीक्षक डॉ आशीष राय को कड़ी फटकार लगाई और उन्होंने इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कही. इस दौरान ट्रामा सेंटर में भी काफी गंदगी दिखाई दी. कर्मियों ने बायोवेस्ट कचरे को भी इधर-उधर फेंका हुआ था.


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उपजिलाधिकारी ने लगाई फटकार

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी ने कहा कि मेरे पास शिकायत आई थी उसका संज्ञान लेते हुए मैं यहां पर देखने आई हूं, कुछ लोगों की शिकायतें थीं कि उनके पास वैक्सीन डोज लगवाने के मैसेज आए हैं जबकि उन्होंने कोई वैक्सीन नहीं ली है. जहां यहां का निरीक्षण किया गया तो पाया कि ये लोग 46 लोगों को वैक्सीन देने की बात कह रहे हैं जो सही नहीं है. इसके इन कर्मियों के पास कोई आईकार्ड नहीं है. यहां के जो डॉक्टर हैं वो भी अनुपस्थित पाए गए. इस पर कार्रवाई की जाएगी और उच्च अधिकारियों को भी लिखा जाएगा.

 

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