Nakul Dubey On Bahujan Samaj Party: आजमगढ़ लोकसभा सीट (Azamgarh Loksabha Seat) के उपचुनाव में बसपा (BSP) के स्टार प्रचारकों की सूची में पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) का नाम न होने से सभी हैरान हैं. पूर्व मंत्री व हाल ही में बसपा से निष्कासन के बाद कांग्रेस में आने वाले नकुल दुबे (Nakul Dubey) ने इस बार आश्चर्य और दुख जताया है. सतीशचन्द्र मिश्रा के बेहद करीबी रहे नकुल दुबे ने कहा कि बसपा का ये अपना फैसला है कि उनकी क्या रणनीति है और कि प्लानिंग के तहत उन्होंने मिश्रा का नाम नहीं रखा है.


बसपा के फैसले पर क्या बोले नकुल दुबे
नकुल दुबे ने कहा की जहां तक उन्हें लग रहा सतीश चंद्र मिश्रा ने पीछे तीन चार महीने चुनाव के दौरान लंबा संघर्ष किया है. हो सकता यह भी वजह हो कि बसपा के प्रचारकों की सूची में उनका नाम नहीं है. उन्होंने कहा कि ये बसपा का अंदरूनी मामला है, सतीश मिश्रा का नाम लिस्ट में क्यों नहीं है, इस मामले पर वो कुछ नहीं कह सकते हैं. नकुल दुबे ने कहा कि उनकी अभी कोई बात भी नहीं हुई है हां इतना जरूर है कि सतीश चंद्र मिश्रा ने बसपा के लिए बहुत किया है जो बहुत विरले लोग ही करते हैं. सन 2000 से लेकर अभी तक वह बसपा में है. लेकिन मुझे इस बात से हैरानी और दुख जरूर है.


मायवती को लेकर कही ये बात
नकुल दुबे ने कहा बच्चा कभी बड़ा भी होता है हम भी 50 से ऊपर के हो गए हैं कुछ निर्णय स्वयं भी ले लेते हैं. कांग्रेस में आने का फैसला उनका अपना है. हाँ इतना है कि सतीश मिश्र का आशीर्वाद हमेशा था, है और रहेगा. वो कल क्या फैसला लेंगे ये उनका अपना निर्णय होगा. नकुल दुबे ने कहा कि बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष को वो पहले से देख रहे हैं. वो जो फैसले लेती या लोगों को बाहर करती तो उसकी जानकारी ट्वीट के जरिए मीडिया को बता देती हैं. सालों से यही चलता आ रहा है. बसपा ने कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ खोया है इसे कोई इंकार नहीं कर सकता.



नकुल दुबे ने कहा आज के माहौल की कभी कल्पना भी नहीं कर पा रहे थे कि हमारी आंख के सामने हम आप भिड़े रहेंगे. हिंदू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद में और हमारा पूरा देश बेचा रहा है. हम खोखले होते जा रहे हैं. महंगाई चरम पर है. पढ़ा-लिखा नौजवान बेरोजगारी और हताशा में जा रहा है. लेकिन अब यही कहना चाहता हूं कि हमारी जो भी पुरानी गलतियां रही है उन पर पर्दा डारते हुए कांग्रेस पार्टी में आएं. कांग्रेस को मजबूत करना उतना ही जरूरी है जितना पर्यावरण को. देश में अगर खुशहाली लानी है तो कांग्रेस को लाइए. अन्यथा आने वाले समय में परिणामों को भुगतने के लिए तैयार रहिए. 


ये भी पढ़ें- 


Balrampur News: पानी को लेकर हुए विवाद में ग्राम प्रधान ने दो सगे भाईयों को मारी गोली, एक की मौत, दूसरा अस्पताल में भर्ती