UP Nagar Nikay Members Meeting: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में नगर निकाय चुनाव के सभी नवनिर्वाचित 760 अध्यक्षों की पाठशाला लगी. इसमें 17 नगर निगम के मेयर, 199 नगर पालिका अध्यक्ष और 544 नगर पंचायत अध्यक्षों को बुलाया गया. इस एक दिवसीय ट्रेनिंग सेशन का आयोजन नगर विकास विभाग ने किया. इसमे खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने नवनिर्वाचित मेयर और अध्यक्षों को टिप्स दिए. हालांकि, विपक्षी दलों के अध्यक्षों की संख्या कम ही देखने को मिली.


लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर भी ये सेशन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पहली बार इस तरह से नगर विकास विभाग ने सभी अध्यक्षों का ट्रेनिंग सेशन एक साथ कराया. महत्वपूर्ण यह है कि 199 नगर पालिका में से 91 पर ही बीजेपी जीती है, जबकि 544 नगर पंचायत में बीजेपी लगभग 191 के आसपास ही सीट जीत पाई. इसके बावजूद सेमिनार में सभी निकायों के अध्यक्षों को बुलाया गया, चाहे वह सपा, बसपा, कांग्रेस के हों या फिर निर्दलीय.


बीजेपी अपना संदेश पहुंचाने में जुटी


2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक तरीके से इन निकायों के जरिए बीजेपी अपना संदेश पहुंचाने में जुटी है. कोशिश यह भी है कि निकाय में जीते हुए लोग अगर बीजेपी के साथ आना चाहें तो पार्टी को उन्हें लेने में कोई एतराज नहीं है. खासतौर से निर्दलीय अध्यक्ष, क्योंकि इसके जरिए बीजेपी अपने ट्रिपल इंजन को और मजबूत करेगी.


ट्रेनिंग सेशन में वैसे तो इन लोगों को उनके अधिकार, जिम्मेदारी और नियम से जुड़ी बातें बताई गईं, लेकिन साथ ही सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने इस मंच से प्रदेश सरकार की 6 साल की उपलब्धियां भी गिना दीं. ऐसे में इस सेशन के सियासी मायने भी तलाशे जा रहे. ट्रेनिंग सेशन में पहुंचे आजमगढ़ से सपा के एक पालिका के अध्यक्ष सरफराज आलम ने कहा कि कुशलपूर्वक आयोजन रखा गया. पूरी कोशिश की जा रही है कि एक कुशल पालिका और नगर पंचायत किस रास्ते चलना है और किस तरह राज्य सरकार सपोर्ट करेगी. आश्वासन दिया जा रहा है, अच्छा हो रहा है.


केशव प्रसाद मौर्य क्या बोले?


सरफराज आलम ने कहा कि विपक्ष की भूमिका ही होती है कि जो चीजें पक्ष से छूट जाए, उसका उल्लेख करना ताकि पक्ष अवगत हो सके. साथ ही पक्ष की ओर से उनको पूरा किया जा सके. इसके अलावा ककराला नगर पंचायत अध्यक्ष इंतखाब और सखानु नगर पंचायत अध्यक्ष मो. फैसल ने कहा कि दोनों ही निर्दल जीते हैं. पहली बार चुनकर आए हैं तो इस सेशन से काफी फायदा हुआ. वैसे भी ये कार्यक्रम सरकार का है किसी पार्टी का नहीं. इसे सियासी चश्मे से नहीं देखना चाहिए.


डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह बीजेपी की डबल इंजन की सरकार है, इसलिए इस तरह की क्लास मुमकिन है. सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यशाला का आयोजन अपने आप में मील का पत्थर साबित होगा. विकास की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. पुराने लोगों का काफी कुछ मालूम है लेकिन जो पहली बार चुनकर आए उनको भी मालूम हो जाएगा. ट्रिपल इंजन की सरकार ट्रिपल रफ्तार से नगरीय क्षेत्रों का विकास करेगी. केशव मौर्य ने कहा कि जो नहीं आए हैं अगर आते तो अच्छा रहता. मुझे पता नहीं कौन आया कौन नहीं. यह कोई पार्टी का कार्यक्रम नहीं है, हमारे नवनिर्वाचित लोगों का कार्यक्रम है.


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