Raj Kishore Singh Joins BJP: उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में पहले और दूसरे चरण का मतदान हो चुका है. पहरे चरण का मतदान 19 अप्रैल को संपन्न हुआ तो वहीं दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को. तीसरे चरण को लेकर तैयारियां जोरों से जारी हैं. तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा. इससे पहले समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. सपा के पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह ने अपने पार्टी का दामन छोड़ दिया है और उन्होंने लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी को हाथ थाम लिया है.  


पूर्वांचल के बड़े नेता माने जाने वाले राजकिशोर सिंह ने आज 2 मई को बीजेपी का दामन थाम लिया है. बसपा, सपा और कांग्रेस में रहकर राजनीति का लंबा सफर तय करने वाले राजकिशोर ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. राजकिशोर की राजनीतिक करियर पिछले कई सालों के ग्रहण लगा हुआ था. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के आँख का काँटा बनने के बाद साल 2016 में राजकिशोर सिंह से सबसे पहले मंत्री पद छीना गया था. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह को बीजेपी ज्वाइन कराई. 


राजकिशोर सिहं ने दिया सपा को झटका 


अखिलेश यादव के चाचा और सपा विधायक शिवपाल के क़रीबियों में से एक हैं राजकिशोर. साल 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने इनके भाई को टिकट काट दिया था, जिससे नाराज़ होकर राजकिशोर ने उनके क्षेत्र में चुनाव प्रचार तक करने नहीं आए थे. उस वक़्त, अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल सिंह के बीच काफ़ी तल्ख़ी चल रही थी. यही वजह थी कि शिवपाल का करीबी होना ही बाहुबली राजकिशोर सिंह के पतन का कारण बना. बसपा से साल 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा और वे हार गए. साल 2022 मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने पर पार्टी से बाहर कर दिया था.


राजकिशोर ने लोकसभा चुनाव को लेकर कमर कस ली है. इस बार वे मौक़े के नज़ाकत को भाँपते हुए बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. राजकिशोर सिंह बस्ती से छह बार विधायक तो तीन बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. बता दें कि इस बार बीजेपी ने बस्ती से हरीश द्विवेदी को टिकट दिया है. 


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