UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भले ही गठबंधन हो चुका है लेकिन पूर्वांचल की एक ऐसी सीट भी है जहां पर कांग्रेस को गठबंधन के नियमों के मुताबिक सपा के लिए चुनाव प्रचार प्रसार को लेकर मैदान में उतरना इतना आसान नहीं होगा. दरअसल समाजवादी पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर से टिकट दिया गया है. 


अफजाल अंसारी के ही भाई मुख्तार अंसारी को अजय राय के भाई अवधेश राय हत्याकांड मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. इतना ही नहीं खुद अजय राय ने इस मुकदमे की पैरवी भी करते हुए इस मामले में गवाही देकर मुख्तार अंसारी को जून 2023 में आजीवन कारावास की सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. ऐसे में उत्तर प्रदेश की नजर पूर्वांचल की गाज़ीपुर सीट पर टिकी हुई है कि क्या कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अफजाल अंसारी सपा प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार प्रसार मैदान में उतरेंगे या नहीं.


अंसारी परिवार के धुर विरोधी रहे हैं अजय राय 
तकरीबन तीन दशक पहले वाराणसी के लहुराबीर पर वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के भाई अवधेश राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसी मामले में न्यायालय द्वारा जून 2023 में बाहुबली मुख्तार अंसारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. इस मामले में खुद कांग्रेस नेता अजय राय ने नियमित पैरवी करते हुए गवाही भी दी थी. यह तस्वीर स्पष्ट करती है कि दोनों राजनेताओं के घराने आपस में धूर विरोधी हैं. 


दरअसल समाजवादी पार्टी ने गाजीपुर से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को टिकट दिया है. इसलिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सामने गठबंधन नियमों के अनुसार एक बड़ी चुनौती होगी कि वह अफजाल अंसारी के लिए गाजीपुर में प्रचार प्रसार करने पहुंचेंगे या नहीं. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी 63 सीट और कांग्रेस पार्टी के 17 सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर समझौता हुआ है. ऐसे में गाज़ीपुर सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है.


भूमिहार वोटर का खास प्रभाव
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में सपा और कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में है. ऐसे में पूर्वांचल सीट जीतने के लिए समाजवादी पार्टी कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती. वैसे खासतौर पर बीते महीनों से चुनाव प्रचार प्रसार को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय उत्तर प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहे हैं. ऐसे में गाज़ीपुर सीट जहां पर मुस्लिम और भूमिहार वोटर की बड़ी भूमिका होती है. अजय राय के चुनाव प्रचार प्रसार करना भी निर्णायक हो सकता है. इसलिए कहना होगा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सामने एक बड़ा धर्म संकट है कि वह गाज़ीपुर सीट पर चुनाव प्रचार प्रसार करने के लिए पहुंचेंगे या नहीं.


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