Lok Sabha Election 2024: रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की जिला इकाई ने चुनाव का बहिष्कार करने का जो ऐलान किया था वह वापस ले लिया गया है और सपा जिला अध्यक्ष अजय सागर सहित आजम खान के सभी करीबियों ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मुहिबुल्लाह नदवी को ही चुनाव लड़ाने का फैसला लिया है. रामपुर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय सागर ने बताया कि चुनाव का बहिष्कार करने वाला फैसला हमारा परेशानी में लिया गया फैसला था और हम सब राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से प्यार करते हैं उनका फैसला सर्वोपरि है.


उन्होंने कहा कि उस समय हम पिछले दो चुनावो में जो परेशानी उठा चुके थे उस से परेशान थे और इसलिए आजम खान साहब  और हम सब चाहते थे कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ख़ुद रामपुर से चुनाव लड़े ताकि हमारे कार्यकर्ताओ का हौंसला बढ़े लेकिन ऐसा नहीं हो सका राष्टीय अध्यक्ष ने जिस मुहिबुल्लाह नदवी को प्रत्याशी बनाया है हम सब अब उन्हें तन मन धन से चुनाव लड़ायेंगे. अब कोई नाराज़गी नहीं है पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को ही चुनाव लड़ाया जायेगा.


आसिम राजा ने किया बड़ा दावा
आजम खान के करीबी सपा नेता आसिम राजा ने कहा कि मैंने अपना नामांकन कराया था लेकिन मुझे पार्टी का सिंबल नहीं मिला और मेरा नामांकन रद्द हो गया मैं दो दिन से रामपुर से बाहर हूं लेकिन रामपुर आने पर मुहिबुल्लाह नदवी को ही चुनाव लडूंगा क्योंकि वह पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी है राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला हम सब को मान्य है जो नाराज़गी थी वह दूर हो चुकी है हमने मुहिबुल्लाह नदवी का न कोई विरोध किया है और न करेंगे बल्कि हम सब पार्टी के फैसले के साथ हैं पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है तो उन्हें ही हम चुनाव लड़ायेंगे.


आजम खान के करीबी पूर्व जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल का कहना है कि आजम खान या अखिलेश यादव के बीच टिकिट को लेकर कभी कोई नाराज़गी नहीं थी यह आजम खान की रणनीति का हिस्सा है वह बड़े कुशल राजनीतिज्ञ हैं समाजवादी पार्टी के वह राष्ट्रीय महासचिव और फाउंडर मेम्बर हैं पार्टी में उनका कद बहुत बड़ा है रामपुर में कई नेता टिकिट मांग रहे थे और पिछले दो चुनावो का अनुभव जैसा रहा था उस को देखते हुए मुझे लगता है कि मुहिबुल्लाह नदवी को प्रत्याशी बनाना आजम खान और अखिलेश यादव की रणनीति का हिस्सा है क्योंकि यूपी में कोई भी टिकिट आजम खान से पूछे बगैर नहीं दिया जाता है इसलिए रामपुर में आजम खान की मर्ज़ी के बगैर प्रत्याशी खड़ा किया जाए यह संभव नहीं है.


गोयल ने कहा कि आजम खान का जैसा आदेश आएगा हम वैसे ही काम करेंगे हमारे पास हर बूथ की तैयारी पहले है चुनाव प्रचार में आजम खान के निर्देश पर ही हम सब काम करते हैं. आजम खान और अखिलेश यादव के बीच कहीं कोई मतभेद नहीं है यह सब सपा की रणनीति का हिस्सा है पार्टी प्रत्याशी सोच समझ कर मैदान में उतारे गए हैं ताकि अधिक से अधिक सीटें जीती जाएं.


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पहले किया था चुनाव बहिष्कार
बता दें कि पहले रामपुर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय सागर, सपा नेता आसिम राजा, सपा विधायक नसीर खान ने सामूहिक प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव का बहिष्कार किया था और फिर अखिलेश यादव के मुहिबुल्लाह नदवी को प्रत्याशी घोषित कर देने के बाद सपा नेता आसिम राजा और अब्दुल सलाम ने भी नामांकन भरे थे लेकिन उनके नामांकन निरस्त हो गए थे और चर्चा यह थी कि आजम खान का खेमा मुहिबुल्लाह नदवी से खुश नहीं है लेकिन अब आजम खान गुट के नेता साफ़ तौर पर अखिलेश यादव ले फैसले का समर्थन कर रहे हैं और मुहिबुल्लाह नदवी को ही चुनाव लड़ाने को तैयार हो चुके हैं.


अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या आजम खान गुट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आगे सरेंडर कर चुका है या फिर सपा प्रत्याशी को चर्चा में लाने के लिए यह आजम खान और अखिलेश यादव की नूरा कुश्ती थी. समाजवादी पार्टी में आजम खान के नाराज़ होने और मान जाने के झगड़े पहले भी कई बार हो चुके हैं और आजम खान को पार्टी से बाहर निकाले जाने के बाद सपा में वापस भी लिया गया लेकिन इस बार जिस तरह रामपुर सीट पर अखिलेश यादव ने आजम खान गुट के चुनाव बहिष्कार के ऐलान के बावजूद अपना प्रत्याशी खड़ा किया और अब आजम खान गुट के बैक फुट पर आकर पार्टी प्रत्याशी को स्वीकार किया जा रहा है. इस बार रामपुर सीट पर भाजपा  प्रत्याशी घनश्याम लोदी और सपा के मुहिबुल्लाह नदवी और बसपा प्रत्याशी जीशान खान के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है.